Bijapur Naxal Attack: कोबरा बटालियन में तैनात धर्मदेव मुठभेड़ में शहीद, प्रेग्नेंट थीं पत्नी, पीछे छोड़ गए दो मासूम बेटियां, गांव पहुंचे DM और SP
पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के ठेकहां गांव के सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन में तैनात धर्मदेव कुमार छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए. जिसकी सूचना के बाद जिले के डीएम संजीव सिंह और एसपी अमित कुमार शहीद परिजनों को दुख की इस घड़ी में सांत्वना देने शहीद के गांव पहुंचे हैं.
चंदौली के चकिया तहसील के ठेकहां गांव के रहने वाले धर्म देव कुमार अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे. इनके छोटे भाई धनंजय भी सीआरपीएफ में हैं. खास बात यह है कि दोनों भाई सन 2013 में एक साथ सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे और दोनों की पोस्टिंग भी छत्तीसगढ़ में ही थी. वर्तमान समय में धनंजय कुमार की पोस्टिंग मुठभेड़ वाली जगह से तकरीबन 200 किलोमीटर की दूरी पर बताई जाती है.
धर्मदेव कुमार के सबसे छोटे भाई आनंद कुमार गांव में अपने माता पिता के साथ रहते हैं. धर्मदेव कुमार की 8 साल और 2 साल की दो बेटियां हैं और पत्नी मीना देवी एक बार फिर गर्भवती है. इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है और परिजन सरकार से इस बात की अपील कर रहे हैं कि सरकार इस शहादत का बदला ले.
चंदौली के डीएम संजीव कुमार सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में जो नक्सली मुठभेड़ हुई है. उसमें जनपद चंदौली के श्री धर्मदेव कुमार जो ठेकहां गांव के निवासी हैं, उन्होंने नक्सलियों से मुठभेड़ में अदम्य वीरता और साहस का परिचय दिया है वह शहीद हुए हैं. पूरे जनपद में इस दुखद घटना से शोक की लहर है. माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा भी शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई है. उनकी वीरता और अदम्य साहस को याद किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा परिवार को हर संभव आर्थिक मदद की घोषणा की गई है. 50 लाख रुपए की परिवार को आर्थिक सहायता,परिवार के एक सदस्य को नौकरी और जनपद के एक प्रमुख सड़क का नाम शहीद धर्मदेव कुमार के नाम पर की जाने की घोषणा की गई है.