पटना (आईएएनएस)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों अपनी समाधान यात्रा पर हैं। इस यात्रा के क्रम में वे जिलों में पहुंचकर विकास योजनाओं को देख रहे हैं और अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे हैं। लेकिन, हाल के दिनों में सत्ताधारी महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद के कई नेताओं के बयानों को देखे तो ऐसा लगता है कि राजद को मुख्यमंत्री की यह यात्रा पसंद नहीं आ रही है।
राजद के नेता और राज्य के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री की इस यात्रा में कई जिलों में शामिल जरूर हुए हों, लेकिन राजद नेताओं के बयान मुख्यमंत्री की समाधान यात्रा की पोल खोलते नजर आ रहे हैं।
राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा इस यात्रा को लेकर नीतीश कुमार पर लगातार निशाना साध रही हैं।
राजद के नेता और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह और विधायक विजय मंडल सरकार पर निशाना साधा ही था, राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भी समाधान यात्रा पर प्रश्न खड़े कर दिए।
उन्होंने कहा कि नीतीश की यात्रा में आम जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। जिलों के अधिकारी कुछ चिह्न्ति स्थानों को दिखाते हैं, जो पहले से तय होता है। ये चुनाव का वर्ष है, जनता की समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए। सरकारी दफ्तरों में लोगों का काम कैसे आसानी से हो ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए। अधिकारियों के भरोसे नहीं रहना चाहिए।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि मैं कोई गलत नियत से इस यात्रा पर सवाल नहीं खड़ा कर रहा लेकिन जो हकीकत है, उसे तो बताऊंगा।
इससे पहले राजद के विधायक विजय मंडल ने भी नीतीश कुमार की यात्रा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की यात्रा में कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अधिकारी किसी की नहीं सुन रहे हैं। सरकार निरंकुश हो गई है।
राजद के विधायक और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह तो सरकार पर लगातार निशाना साधते रहे हैं। स्थिति यहां तक आ गई है कि जदयू को उन पर कारवाई करने तक को कहना पड़ा है, लेकिन अब तक कोई कारवाई नहीं हुई है।