INDIA गठबंधन को लेकर बड़ा अपडेट, दिल्ली और पंजाब और AAP का मसला बना सिरदर्द

बड़ी खबर

Update: 2023-09-17 18:39 GMT
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को मात देने के मकसद से कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने INDIA गठबंधन बनाया है। इस गठबंधन में दलों के भीतर अलग-अलग राज्यों में सीटों का बंटवारा किस तरह से होगा, यह बड़ा सवाल है। कांग्रेस के लिए दिल्ली और पंजाब को लेकर यह मसला सिरदर्द बनता जा रहा है, जहां आम आदमी पार्टी उसके लिए चुनौती बन सकती है। सोनिया गांधी ने हैदराबाद में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक के पहले दिन इंडिया ब्लॉक को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि 2024 में बीजेपी के खिलाफ जीत के लिए एकजुट होकर चुनाव लड़ना जरूरी है।
साफ है कि सोनिया गांधी गठबंधन की ताकत जानती हैं। यह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) था, जिसने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में अजेय माने जाने वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को सत्ता से बाहर कर दिया। मगर, समय अब बदल चुका है। तब कांग्रेस लीड करने की स्थिति में थी। वह फैसले ले सकती थी और दूसरे दलों की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं को दबाने में भी सक्षम रही। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) जैसे क्षेत्रीय दल कांग्रेस के तहत काम करके खुश नजर आते थे। उस दौरान यूपीए के भीतर बगावती सुर कम ही सुनाई देते थे।
अब जब समय बदल गया है और क्षेत्रीय दलों की महत्वाकांक्षाएं भी बढ़ गई हैं, तो हालात कुछ जटिल नजर आते हैं। कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चिंता AAP की बढ़ती ताकत है। दिल्ली बिल को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने आप का साथ दिया था। इसके बावजूद की इस समर्थन को लेकर विरोध की आवाजें उठी थीं। साथ ही जो लोग ऐसे किसी भी गठबंधन के खिलाफ थे, आखिरकार उन्होंने भी इस निर्णय को स्वीकार कर लिया। हालांकि, CWC की बैठक में इस स्वीकृति पर मतभेद की बात सामने आई है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग के लिए हैदराबाद को इसलिए चुना गया क्योंकि पार्टी को यकीन है कि वह भारत राष्ट्र समिति (BRS) को हरा सकती है। लेकिन, INDIA गठबंधन को लेकर प्रतिबद्धता के बावजूद CWC असहमति की आवाज को नियंत्रित नहीं कर सकी।
Tags:    

Similar News

-->