National Herald Case: नेशनल हेराल्ड केस को लेकर बड़ा अपडेट, जानें डिटेल्स

Update: 2022-08-05 10:18 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के करीबी सूत्रों ने कहा है कि पूछताछ के लिए बुलाए गए कांग्रेस नेताओं (सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत) में से किसी ने भी यह साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं दिया कि एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े सभी वित्तीय लेनदेन स्वर्गीय मोती लाल वोरा द्वारा नियंत्रित किए गए थे।

मोती लाल वोरा कांग्रेस पार्टी के सबसे लंबे समय तक कोषाध्यक्ष रहे। उनका साल 2020 में निधन हो गया था। दरअसल, राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी से पूछताछ के दौरान कहा था कि एजेएल और यंग इंडिया लिमिटेड से जुड़े सभी वित्तीय लेन-देन मोती लाल वोरा ही देखा करते थे।
इंडिया टुडे के अनुसार, ईडी सूत्रों का कहना है कि कोई भी कांग्रेसी नेता पूछताछ के दौरान ऐसे दस्वावेज देने में नाकाम रहा है कि वित्तीय लेन-देन की पूरी जिम्मेदारी मोती लाल वोरा के पास थी। गौरतलब है कि गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से भी ईडी अधिकारियों ने करीब सात घंटे पूछताछ की थी। इससे पहले ईडी के अधिकारी सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मैराथन पूछताछ कर चुके हैं।

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