डीआरआई को बड़ी सफलता, 300 से ज्यादा विदेशी जानवर मिले
कुल 100 पानी में रहने वाले कछुए, 62 जमीन पर रहने वाले कछुए, 110 घोंघे, 30 किशोर केकड़े और चार स्टिंग रे का पता चला जिन्हें जीवित सजावटी मछलियों के खेप में छिपाकर रखा गया था।
मुंबई: राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) मुंबई की जोनल यूनिट को उस समय एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब उसने थाईलैंड से एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स, सहर के माध्यम से यहां तस्करी कर लाये गये 306 जीवित विदेशी जानवरों को जब्त कर लिया।
मूल रूप से 'जीवित सजावटी मछलियाँ' घोषित की गई इस खेप को शुक्रवार तड़के डीआरआई अधिकारियों ने पकड़ लिया और उसकी जांच की। इसमें कुल 100 पानी में रहने वाले कछुए, 62 जमीन पर रहने वाले कछुए, 110 घोंघे, 30 किशोर केकड़े और चार स्टिंग रे का पता चला जिन्हें जीवित सजावटी मछलियों के खेप में छिपाकर रखा गया था।
डीआरआई ने बताया कि जब्ती में कई दुर्लभ या लुप्तप्राय प्रजातियाँ शामिल हैं जैसे ग्रीक कछुआ, लाल-पैर वाला कछुआ, एशियाई स्पर्ड कछुआ, पीला चित्तीदार एल्बिनो लाल कान स्लाइडर कछुआ, एशियाई / चीनी पत्ती वाला कछुआ, लाल पेट वाला छोटा सिर वाला कछुआ आदि। जब्त की गई खेप से लुप्तप्राय वन्य वनस्पति एवं प्राणी प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार समझौते का उल्लंघन हुआ है। अब आगे वन्यजीव कानूनों के तहत विदेशी जानवरों के पुनर्वास के लिए वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो और महाराष्ट्र के मुख्य वन्यजीव वार्डन के परामर्श से पहल की जाएगी। जब्त किए गए जीवित जानवरों का ग्रे मार्केट मूल्य, कंसाइनर या कंसाइनी का विवरण आदि अभी तक पता नहीं चल सका है।