मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत की तरफ से बागी विधायकों को दी गई धमकी का मामला तूल पकड़ रहा है। अब मांग उठ रही है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस बयान की निंदा करें। राउत ने गुरुवार को कहा था कि विधायकों का 'महाराष्ट्र में आना घूमना मुश्किल हो जाएगा।' खबर है कि एकनाथ शिंदे को फिलहाल 46 विधायकों का समर्थन हासिल है। वहीं, इस आंकड़े के बढ़ने की भी संभावनाएं जताई जा रही हैं।
गुरुवार को राज्यसभा सांसद महेश जेठमलानी ने ट्वीट किया, 'यह एक ऐसे व्यक्ति की तरफ से भयावह धमकी है जो महाराष्ट्र में अपने आप में कानून बन गया है। देश में सही विचारधारा वाले हर विधायक और खासतौर से जिनका वह प्रतिनिधित्व करते उद्धव ठाकरे और शरद पवार जिन्हें वह अपना गुरु मानते हैं को कड़ी निंदा करनी चाहिए।'
गुरुवार को ही एनडीटीवी से बातचीत के दौरान राउत से सवाल किया गया कि क्या उद्धव ठाकरे ही सीएम रहेंगे? इसपर उन्होंने जवाब दिया, 'आने दो हमारे विधायक फ्लोर हाऊस पर फिर देख लेंगे। देखो ये जो विधायक चले गए हैं, इन्हें महाराष्ट्र में आना घूमना बहुत मुश्किल होगा।'
भाषा के अनुसार, असम के गुवाहाटी में डेरा डाले शिवसेना के 37 बागी विधायकों ने गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को पत्र भेजा, जिसमें कहा गया कि एकनाथ शिंदे सदन में उनके नेता रहेंगे। हालांकि, इससे पहले दिन में नरहरि जिरवाल ने कहा था कि उन्होंने बागी विधायक एकनाथ शिंदे की जगह अजय चौधरी को सदन में शिवसेना का विधायक दल का नेता नियुक्त किये जाने को मंजूरी दे दी है। शिंदे ने गुरुवार शाम को विधानसभा उपाध्यक्ष को शिवसेना के 37 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र भेजा।