मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राजनीतिक सलाहकार का बड़ा बयान आया

Update: 2022-05-25 12:07 GMT

बाड़मेर: राजस्थान की सिरोही विधानसभा सीट से विधायक और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राजनीतिक सलाहकार संयम लोढ़ा ने 10 जून को राजस्थान की 4 राज्यसभा सीटों पर प्रस्तावित चुनाव में प्रियंका गांधी के साथ ही आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास और पूर्व लेफ्ट नेता कन्हैया कुमार को राजस्थान से राज्यसभा में भेजने की पैरवी की है।

संयम लोढ़ा के इस ट्वीट ने राजस्थान के राज्यसभा चुनाव को और भी दिलचस्प बना दिया है। गौरतलब है कि अब तक प्रियंका गांधी के साथ ही कांग्रेस के कई पुराने और नए चेहरों का नाम राज्यसभा चुनाव के लिए चर्चाओं में था। गुलाम नबी आजाद, अजय माकन, आनंद शर्मा के साथ ही राजस्थान से भंवर जितेंद्र सिंह का नाम राज्यसभा के लिए सुर्खियों में है।
दूसरी ओर आदिवासी बहुल क्षेत्र उदयपुर में आयोजित कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा आदिवासी कार्ड खेलने की अटकलें भी लगाई जा रही है। लेकिन निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने इन तमाम अटकलों को एक नई हवा दे दी है। संयम लोढ़ा ने कहा, 'शासकीय नीतियों को जन अपेक्षाओं के अनुरूप बनाने हेतु केंद्र की सत्ता को बाध्य करने हेतु राज्यसभा के आगामी चुनाव में प्रियंका गांधी कुमार विश्वास और कन्हैया कुमार को राज्यसभा में अवसर दिए जाने पर विचार किया जाना चाहिए।'
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार वामदल छोड़कर साल 2021 में कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और संस्थापक सदस्य रहे कुमार विश्वास अब तक किसी दल में शामिल नहीं हुए हैं।
जानकारों के मुताबिक, कुमार विश्वास और कन्हैया कुमार दोनों ही प्रखर वक्ता हैं। कमोबेश हर मुद्दे पर दोनों नेता अपने तर्कसंगत बयानों से विरोधियों को चारों खाने चित कर देते हैं। निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा का मानना है कि ऐसे नेताओं को राज्यसभा में भेजकर सत्तारूढ़ दल पर दबाव बनाया जा सकता है।
आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीक माना जाता है। इससे पहले कुमार विश्वास की पत्नी को गहलोत आरपीएससी का सदस्य मनोनीत कर चुके हैं। ऐसे में अब कुमार विश्वास की नई राजनीतिक पारी की अटकलें जोरों पर हैं।
राजस्थान की 4 लोकसभा सीटों के लिए 10 जून को चुनाव प्रस्तावित है। इन 4 सीटों के लिए 24 मई से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो 31 मई तक चलेगी। इसके बाद 10 जून को चुनाव होंगे।
विधानसभा में संख्या बल के आधार पर कांग्रेस को 2 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की जीत का पक्का भरोसा है। वहीं भारतीय जनता पार्टी को भी एक सीट पर अपने उम्मीदवार की जीत का भरोसा है। एक सीट पर अभी भी पेच फंसा हुआ है। हालांकि निर्दलीयों के सहारे कांग्रेस को उम्मीद है कि तीसरी सीट भी कांग्रेस आसानी से जीत लेगी।
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