नई दिल्ली: राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस पर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरपयोग करने का आरोप लगाया। सत्ता पक्ष से सवाल किया कि जब संसद सत्र चल रहा है तो ईडी मुझे पूछताछ के लिए समन कैसे भेज सकती है? दरअसल, गुरुवार को ईडी ने हेराल्ड दफ्तर में छापेमारी के दौरान खड़गे को पेश होने के लिए समन जारी किया था। खड़गे उसी का विरोध कर रहे थे। उन्हें संसद में पीयूष गोयल ने जवाब दिया कि कांग्रेस शासन में ऐसा होता होगा, लेकिन भाजपा के शासन में केंद्रीय एजेंसियां अपना कर्तव्य निभा रही हैं। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच सदन में तीखी बहस देखने को मिली।
इससे पहले राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने नियम 267 के तहत सरकारी जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के मुद्दे पर विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के नोटिस को खारिज किया। जिसके बाद कांग्रेस ने सदन में जमकर हंगामा किया। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि जब संसद सत्र चल रहा है तो वे मुझे कैसे बुला सकते हैं? उन्होंने राज्यसभा में कहा कि गुरुवार को ईडी ने उन्हें पेश होने के लिए समन जारी किया। दरअसल, ईडी ने उन्हें न्यूज आउटलेट नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेराल्ड दफ्तर पहुंचने के लिए समन जारी किया था। खड़गे ने कहा कि वो पीछे नहीं हटेंगे और जरूर पहुंचेंगे।
खड़गे के आरोपों पर सत्तारूढ़ भाजपा से, सदन के नेता पीयूष गोयल ने जवाब दिया। उन्होंने दावा किया, "सरकार किसी भी कानून प्रवर्तन एजेंसी के काम में हस्तक्षेप नहीं करती है।" उन्होंने कहा, "शायद उनके (कांग्रेस) शासन में, ऐसा हुआ करता था," उन्होंने कहा, "अब, अगर कोई कुछ भी गलत करता है, तो एजेंसियां अपना कर्तव्य निभाएंगी।" इस दौरान संसद में दोनों नेताओं की बीच काफी नोंक-झोंक हुई। इससे पहले वेल पर पहुंचकर कांग्रेसी सांसदों ने सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया और प्रदर्शन किया।
इससे पहले एजेंसी ने कल दिल्ली के हेराल्ड हाउस में यंग इंडियन लिमिटेड - एसोसिएटेड जर्नल्स की मालिक फर्म, जो आउटलेट चलाती है के कार्यालयों को सील किया। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि हैं और सीलिंग की जानी थी क्योंकि वह वहां नहीं थे। इसलिए उन्हें पेश होने के लिए समन भेजा गया है।
खड़गे ने राज्यसभा में कहा, "कल पुलिस ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के घरों को घेर लिया। क्या ऐसी स्थिति में लोकतंत्र जिंदा रहेगा? क्या हम संविधान के अनुसार काम कर पाएंगे? हम डरेंगे नहीं। हम इनसे लड़ेंगे।"
बता दें कि यंग इंडिया में गांधी परिवार शेयरधारक हैं। पुलिस ने कल जब ईडी हेराल्ड हाउस में कार्रवाई कर रही थी, तब पुलिस ने उनके घरों के रास्ते बंद कर दिए थे।
उधर, ईडी सूत्रों का कहना है कि यंग इंडिया लिमिटेड के दफ्तर में छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। इसमें हवाला लिंक भी सामने आया है। इसलिए एजेंसी सोनिया और राहुल गांधी के बयानों की फिर से जांच कर रही है।
इस बीच, राहुल गांधी ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करके उन्हें और अन्य विपक्षी आवाजों को चुप कराने के लिए दबाव की रणनीति अपनाई है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "अगर आप नेशनल हेराल्ड की बात कर रहे हैं, तो पूरा मामला डराने-धमकाने का है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह को लगता है कि थोड़े दबाव से हम चुप हो जाएंगे। लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे।"