भगोड़े कारोबारी को मिली बड़ी राहत, डोमिनिका में अवैध प्रवेश का मामला लिया गया वापस
नई दिल्लीः नीरव मोदी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक को 13500 करोड़ रुपये का चूना लगाने आरोपी और घोषित भगोड़ा मेहुल चोकसी पर डोमिनिका सरकार ने मेहरबानी दिखाई है. मेहुल पर डोमिनिका में गैरकानूनी तरीके से प्रवेश करने का मामला दर्ज था. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, वहां की सरकार ने इस केस को वापस लेने का फैसला किया है. डोमिनिका सरकार के वकील ने कोर्ट को बताया कि इस केस में आगे कानूनी पैरवी नहीं किया जाएगा. सरकार ने मेहुल चोकसी के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने का फैसला किया है.
मेहुल चोकसी के खिलाफ डोमिनिका में 24 मई 2021 को अवैध रूप से प्रवेश करने का केस दर्ज हुआ था. मजिस्ट्रेट कोर्ट में इसकी सुनवाई चल रही थी. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अब मंगलवार को सरकारी वकील की तरफ से अदालत में अर्जी देकर बताया कि उन्होंने डोमिनिका के संविधान की धारा 72(2) के तहत इस मामले में पैरवी को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है. इसके बाद मेहुल चोकसी के वकील ने बयान जारी कर कहा कि उन्हें खुशी है कि डोमिनिका सरकार ने उनके मुवक्किल के खिलाफ गैरकानूनी प्रवेश के मामले में दर्ज सभी मामलों को वापस ले लिया है.
मेहुल चोकसी के वकील ने कहा, हमारा शुरू से कहना था कि ऐसा कोई मामला था ही नहीं. भारतीय एजेंटों पर अगवा करके नाव के रास्ते डोमिनिका ले जाने का आरोप दोहराते हुए मेहुल के वकील ने कहा, मेरे मुवक्किल को ऐसे अपराध के लिए डोमिनिका के अधिकारियों को सौंप दिया गया था, जो उसने कभी नहीं किया था. चोकसी को उम्मीद है कि एंटीगा से उसके अपहरण के जिम्मेदार लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने एएनआई से कहा कि सच्चाई आखिर सामने आ ही जाती है, चाहे कोई कितना भी उसे रोकने या छिपाने की कोशिश कर ले.
इससे पहले, डोमिनिका के हाईकोर्ट ने मेडिकल आधार पर मेहुल चोकसी को अंतरिम जमानत दे दी थी. तब उसके वकील ने कहा था कि मेहुल चोकसी के खिलाफ अवैध प्रवेश से संबंधित सभी लंबित कार्यवाही को तब तक स्थगित रखा जाएगा, जब तक कि वह मेडिकली फिट होकर डोमिनिका वापस नहीं आ जाता. पिछले साल जुलाई में जमानत मिलने के बाद मेहुल को वापस एंटीगा भेज दिया गया था. चोकसी ने एंटीगा और बारबूडा में निवेश करके 2017 में वहां की नागरिकता हासिल कर ली थी.