इस शादी में बड़े अधिकारियों ने की शिरकत, वजह है खास

एक शादी पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है.

Update: 2022-04-23 06:29 GMT

भुवनेश्वर: ओडिशा के कालाहांडी में एक शादी पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है. दरअसल, एक माओवादी दंपति जिन्होंने वर्षों पहले हिंसा से दूर होकर ओडिशा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था, शुक्रवार को उनकी शादी मंदिर में बड़ी धूमधाम के साथ संपन्न हुई. ये शादी लव मैरिज थी. दोनों पहली बार कालाहांडी पुलिस द्वारा आयोजित एक आत्मसमर्पण शिविर में मिले थे, जहां दोनों हिंसा त्याग कर 2019 में मुख्यधारा में शामिल हो गए.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक दो पूर्व माओवादियों, केसब वेलादी (रामदास) और कलामदेई मांझी (गीता) की शादी पुलिस डीआईजी राजेश पंडित, जिला पुलिस एसपी डॉ सरवण विवेक और 64 वीं बटालियन बिबलब सरकार की मौजूदगी में हुई. रामदास प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के केकेबीएन डिवीजन के एरिया कमेटी सदस्य (एसीएम) था. छत्तीसगढ़ के बीजापुर के मूल निवासी रामदास ने 18 फरवरी, 2020 को कालाहांडी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. जबकि, गीता ने 5 जनवरी 2016 को कालाहांडी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था. इसके बाद राज्य सरकार की आर एंड आर नीति के तहत उसका पुनर्वास किया गया था.
इस शादी में जिले के शीर्ष पुलिस अधिकारी नवविवाहितों को आशीर्वाद देने के लिए आए थे. इस दौरान रिजर्व पुलिस ग्राउंड परिसर के अंदर मंदिर को विशेष तौर पर सजाया गया था. शादी के लिए जोड़े की सहमति के बाद कालाहांडी पुलिस द्वारा शादी समारोह का आयोजन किया गया था. समारोह में पुलिस, सीआरपीएफ और मीडियाकर्मियों के साथ दूल्हा-दुल्हन के परिवार के सदस्य भी शामिल रहे. इस मौके पर राज्य पुलिस ने भी माओवादियों से हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की.
दोनों का विवाह हिंदू परंपरा के अनुसार एक मंदिर परिसर में संपन्न हुआ. इंडिया टुडे से बात करते हुए कालाहांडी पुलिस एसपी ने कहा कि वे पुलिस बल के लिए परिवार की तरह हैं, जिस दिन से मैं जिला एसपी के रूप में शामिल हुआ हूं, मैं रामदास को अपने सदस्यों के साथ घूमते देखता हूं. उन्होंने कहा, मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया है.

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