बड़ी खबर: राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट अस्थायी रूप से सस्पेंड, फिर रिकवर उसके बाद हुआ लॉक, कांग्रेस ने दी जानकारी
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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट अस्थायी तौर पर सस्पेंड हो गया था जो बाद में फिर से बहाल हो गया. कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर यह जानकारी दी गई थी राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट अस्थायी तौर पर सस्पेंड हो गया है. कांग्रेस की ओर से यह जानकारी भी दी गई थी कि अकाउंट को रिकवर करने के लिए प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. इसके बाद अकाउंट अस्थायी तौर पर लॉक कर दिया गया है. वहीं, माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने राहुल गांधी के अकाउंट को सस्पेंड किए जाने से इनकार किया है.
राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट अस्थायी तौर पर सस्पेंड होने के बाद कांग्रेस ने आक्रामक तेवर दिखाए. कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा था कि जब तक अकाउंट रिकवर नहीं हो जाता, तब तक राहुल गांधी अन्य सोशल मीडिया माध्यमों के जरिए लोगों से जुड़े रहेंगे. वे अपने लोगों के लिए आवाज उठाते रहेंगे और उनके लिए लड़ते रहेंगे.
अकाउंट को सस्पेंड किए जाने वाले कांग्रेस के दावे के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में ट्विटर ने पुष्टि की कि अकाउंट को सस्पेंड नहीं किया गया है. माइक्रोब्लॉगिंग साइट ने कहा कि जब कोई अकाउंट सस्पेंड होता है, तब उसे ग्लोबल व्यू से हटा दिया जाता है.
राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट किस वजह से अस्थायी तौर पर सस्पेंड किया गया था, इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिल सकी है लेकिन इसे दिल्ली की कथित रेप पीड़िता के परिजनों से मुलाकात के ट्वीट से जोड़कर देखा जा रहा है. राहुल गांधी ने दिल्ली की नौ साल की पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया था जिसे ट्विटर ने शुक्रवार की रात हटा दिया था.
राहुल गांधी ने बुधवार को लड़की के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी और कहा था कि वह न्याय की राह में उनके साथ हैं और एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने तस्वीरें ट्विटर पर साझा की थीं, जिसको लेकर बीजेपी ने निशाना साधा था. वहीं, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी ट्विटर इंडिया को एक नोटिस जारी कर राहुल गांधी के अकाउंट के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की थी.
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा था, ''राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने ट्विटर इंडिया को एक नोटिस जारी किया है, जिसमें 9 साल की बच्ची के साथ रेप और फिर हत्या की गई बच्ची के माता-पिता की तस्वीरें पोस्ट करके पॉस्को कानून का उल्लंघन करने के लिए राहुल गांधी के हैंडल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.'' मालूम हो कि नियमों के अनुसार, रेप पीड़िता के परिवार की जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती है.