नई दिल्ली: देश की विदेश मंत्री निर्मला सीतारमण में प्रवर्तन निदेशालय (ED) का बचाव करते हुए उसे एक निष्पक्ष एजेंसी बताया. उन्होंने कहा कि ईडी जो भी करती है, वह उस काम को करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र होती है. यह बात वित्त मंत्री ने अमेरिका में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहीं.
दरअसल, अपनी आधिकारिक यात्रा पर अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी पहुंचीं निर्मला सीतारमण से शनिवार को ईडी को लेकर सवाल किया गया. पत्रकारों ने पूछा कि क्या जांच एजेंसी का इस्तेमाल देश के आम लोगों के खिलाफ किया जाता है. इस सवाल का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने ईडी को पूरी तरह से स्वतंत्र बताया.
उन्होंने कहा कि ED एक जांच एजेंसी है. अगर उन्हें प्रथम दृष्टया कुछ सबूत मिलते हैं तो वह उनके आधार पर अपनी जांच शुरू कर देती है. ऐसे कई उदाहरण हैं, जब ईडी ने इस तरह से अपनी जांच को अंजाम दिया है.
वित्त मंत्री ने मीडिया को G20 और उसकी प्राथमिकताओं के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, 'हमने कई G20 सदस्यों के साथ द्विपक्षीय चर्चा की है. हम ऐसे समय में G20 की अध्यक्षता ग्रहण कर रहे हैं, जब बहुत सारी चुनौतियां सामने हैं. हमें बाकी सदस्यतों के साथ मिलकर काम करना होगा ताकी सभी चीजों को सही दिशा में मैनेज किया जा सके.
निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि पश्चिमी देश अब दुनियाभर में कई देशों को फिर एनर्जी के लिए कोयले की तरफ रुख करता देख रहे हैं. ऑस्ट्रिया ऐसा ही कह चुका है. ब्रिटेन में सबसे पुराने थर्मल पावर स्टेशन में से एक को दोबारा शुरू किया गाय है. सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि कई देश एनर्जी प्रोडक्शन के लिए कोयले की तरफ रुख कर रहे हैं. इसकी वजह या तो खर्च वहन करने की क्षमता न होना है या गैस की अनुपलब्धता.
सवाल-जवाब के बीच निर्मला सीतारमण से डॉलर के मुकाबले गिरते रुपए के बारे में पूछा गया. उनसे यह सवाल भी किया गया कि रुपए की वैल्यू बचाने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं? इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि ऐसा दुनियाभर में चल रहे जियो पॉलिटिकल (भू-राजनीतिक) तनाव के कारण हो रहा है. हालांकि, इससे निपटने के लिए उपाय किए जा रहे हैं. वर्तमान समय में पूरी दुनिया में ट्रेड डेफिसिट (व्यापार घाटा) बढ़ रहा है. हालांकि, हम इस पर नजर रख रहे हैं.