500 रुपये के नोट को लेकर सामने आई बड़ी खबर, फिर हो सकता है ऐसा...
जानिए क्या है पूरा मामला
मुंबई। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की सालाना रिपोर्ट में 500 रुपये के नोटों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। 2000 रुपये के गुलाबी नोट बंद होने के बाद अब देश में सबसे बड़ा ये करेंसी नोट रिजर्व बैंक के लिए बड़ा सिरदर्द बनते जा रहे हैं। रिपोर्ट की मानें तो 500 के नकली नोट की तादाद में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 2022-23 में 500 रुपये के करीब 91 हजार 110 नकली नोट पकड़े गए थे, जो 2021-22 के मुकाबले 14.6 फीसदी ज्यादा है। 2020-21 में 500 रुपये के 39,453 नकली नोट पकड़े गए थे, जबकि 2021-22 में 76 हजार 669 के नकली नोट पकड़े गए थे। RBI की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकिंग सेक्टर में पकड़े गए नकली नोटों की कुल संख्या 2 लाख 25 हजार 769 रही, जबकि पिछले साल 2 लाख 30 हजार 971 के नकली नोट मिले थे।
बीते 19 मई 2023 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2000 रुपये के नोटों को बंद करने का फैसला किया. देश के तमाम बैंकों में इनकी वापसी की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. अब RBI की सालाना रिपोर्ट में 500 रुपये के नोटों को लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ है. दो हजार के नोटों को बदलने के लिए दी गई 30 सितंबर की मियाद पूरी होने से पहले ही केंद्रीय बैंक के सामने 500 रुपये के नोटों से जुड़ी ये मुश्किल सामने आ गई है. दरअसल, 2000 रुपये के गुलाबी नोट बंद होने के बाद अब देश में सबसे बड़ा ये करेंसी नोट रिजर्व बैंक के लिए बड़ा सिरदर्द बनते जा रहे हैं. रिपोर्ट की मानें तो 500 के नकली नोट की घुसपैठ में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 2022-23 में 500 रुपये के करीब 91 हजार 110 नकली नोट पकड़े गए थे, जो 2021-22 के मुकाबले 14.6 फीसदी ज्यादा है. 2020-21 में 500 रुपये के 39,453 नकली नोट पकड़े गए थे. जबकि 2021-22 में 76 हजार 669 के नकली नोट पकड़े गए थे.
2000 के नकली नोटों की संख्या घटी
नकली नोटों (Fake Currency) की बरामदगी के मामलों में 500 रुपये के नोट के अलावा 2000 रुपये के नकली नोट भी शामिल रहे. हालांकि इनकी संख्या में कमी दर्ज की गई है और वित्त वर्ष 2022-23 में 2000 रुपये के नकली नोटों की संख्या 28 फीसदी घटकर 9 हजार 806 नोट रह गई. 500 और दो हजार रुपये के नोटों के अलावा 100, 50, 20, 10 रुपये के भी नकली नोट पकड़े गए हैं. RBI की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकिंग सेक्टर में पकड़े गए नकली नोटों की कुल संख्या 2 लाख 25 हजार 769 रही, जबकि पिछले साल 2 लाख 30 हजार 971 के नकली नोट मिले थे.
इस साल 500 रुपये के अलावा 20 रुपये के नकली नोटों की संख्या में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 2022-23 में 20 रुपये के नकली नोटों में 8.4 फीसदी की तेजी आई है. वहीं 10 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 11.6 फीसदी, 100 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 14.7 फीसदी की कमी आई है. नकली नोट के अलावा आरबीआई ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में नोटों पर होने वाली छपाई की भी पूरी जानकारी दी है. आरबीआई ने 2022-23 में कुल 4 हजार 682.80 करोड़ रुपये नोट छापने के लिए खर्च किए थे. 2021-22 में छपाई का खर्च 4 हजार 984.80 करोड़ रुपये था. अगर सर्कुलेशन की बात करें, तो सबसे ज्यादा सर्कुलेशन में 10 रुपये और 500 रुपये के नोट मौजूद हैं. 31 मार्च, 2023 तक वॉल्यूम के हिसाब से देश के कुल करेंसी सर्कुलेशन का 37.9 फीसदी 500 के नोट है. इसके बाद 10 रुपये के नोट की हिस्सेदारी 19.2 फीसदी है. ऐसे में 500 रुपए के नकली नोटों को सिस्टम से साफ करना RBI की बड़ी जिम्मेदारी है.