दिल्ली। देश के पूरे उत्तरी इलाके में कई दिनों से जारी भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच एक राहत भरी खबर है. दक्षिण-पश्चिम मानसून ने सोमवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में दस्तक दे दी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यहां यह जानकारी दी है. गौरतलब है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर मानसून के आगमन को देश में चार महीने लंबी चलने वाली मौसमी बारिश की शुरुआत का संकेत माना जाता है. वहीं सोमवार को हिमाचल प्रदेश और असम में भारी बारिश हुई है. यहां तक कि असम में बारिश से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में प्रचलित गर्मी की लहर कल से अगले चार दिनों तक समाप्त हो जाएगी. जेनामनी ने कहा, "कल की गर्मी सबसे भीषण थी. पीक खत्म हो गई है. आज हम राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और मध्य प्रदेश में 3 से 4 डिग्री की गिरावट दर्ज कर रहे हैं. सोमवार को दिल्ली में, सफदरजंग में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ आगे आएगा, कल तक एक बड़े क्षेत्र में लू थम जाएगी.
आईएमडी ने कहा कि अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और आसपास के इलाकों में दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के मजबूत होने के कारण बारिश हो रही है. दक्षिण पश्चिम मानसून के अगले 2-3 दिनों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूरे अंडमान द्वीप समूह के अलावा पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए अनुकूल हालात बन रहे हैं. अगले पांच दिनों के दौरान लक्षद्वीप और उत्तरी तमिलनाडु तट पर चक्रवाती परिसंचरण की मौजूदगी के चलते केरल, तटीय और दक्षिण कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में गरज या तेज हवाओं के साथ व्यापक बारिश होने के इमकान हैं.
मौसम विभाग ने कहा कि तमिलनाडु में सोमवार से बुधवार तक और अगले दो दिनों में लक्षद्वीप क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है. इसने कहा कि बुधवार को कर्नाटक के तटीय और दक्षिणी हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना है. पिछले हफ्ते, मौसम विभाग ने कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 27 मई तक केरल पहुंचने की उम्मीद है, जो कि एक जून की अपनी सामान्य शुरुआत की तारीख से पांच दिन पहले है.