ग्वालियर जीतने के लिए बीजेपी की बड़ी बैठक

Update: 2023-08-06 10:42 GMT
ग्वालियर। मध्य प्रदेश में बीजेपी ने अब चुनावों को लेकर कमर कसाना शुरू कर दी है। आज ग्वालियर-चंबल की संभागीय बैठक आयोजित की गयी। जिस पर एक एक सीट पर मंथन हुआ है। केंद्रीय मंत्र भूपेंद्र यादव ने बैठक में साफ कर दिया है। अब यहां, कोई कांग्रेस से बीजेपी में आया हुआ नहीं है। बल्कि सब बीजेपी के कार्यकर्ता हैं, तभी प्रदेश में सरकार बनेंगी। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दावा किया है। वे नंबर नहीं बता सकतें है, लेकिन प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। ग्वालियर-चंबल में चुनावी समीकरणों को साधने के लिए बीजेपी अलग से रणनीति बनाने में लगी हुई है। जिसे लेकर आज ग्वालियर-चंबल संभाग की चुनाव समिति बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक ओर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश के चुनाव प्रभारी ओर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, भाजपा महाराष्ट्र के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया, भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, संभाग प्रभारी जीतू जिराती व भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य विशेष समेत दोनों संभागों से 55 लोगों को बुलाया गया था।
साल 2018 के चुनाव में जहां भाजपा को ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 में से सिर्फ सात सीटे मिली थी। ग्वालियर के इस कमजोर प्रदर्शन के कारण भाजपा की सरकार हाथ से निकल गई थी। लेकिन ग्वालियर के कारण ही भाजपा को 15 माह बाद ही फिर सरकार बनाने का तब मौका मिला था। जब सिंधिया अपनी टीम के साथ भाजपा में आ गए थे। यही कारण है भाजपा ने सिंधिया को अंचल में सक्रिय किया हुआ है। सिंधिया भी कह रहे हैं, कि मध्य प्रदेश बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की ग्वालियर में होने वाली बैठक में गृहमंत्री अमित शाह को लाने का प्लान है। जिसके जरिए कार्यकर्ताओं को मैजेस दिया जाएगा। वहीं अमित शाह की एक सभा का प्लान है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है, बैठक में ग्रास रूट और बूथ तक के प्रोग्राम पर बात हुई है। साल 2018 में विषय अलग थे। 2 अप्रेल की घटना थी, महाराज सिंधिया थे। अब नहीं है, इसलिए जीत बीजेपी की पक्की है। बहरहाल ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस प्रियंका गांधी की सभा के बाद खामोश है, तो वहीं बीजेपी संभागीय बैठकों के साथ-साथ अब प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में अमित शाह को बुलाकर साफ कर देना चाहती है। वो इसी चंबल में फिर से इतिहास रचेगीं, जहां से उसे 2018 में बड़ा डेंट लगा था।
Tags:    

Similar News

-->