मानव तस्करी के बड़े गिरोह का पर्दाफाश, 50 हजार में हो रहा था सौदा
मुख्य सरगना की तलाश जारी
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक युवती को कुछ लोगों ने टीकमगढ़ ले जाकर बेच दिया. बताया जा रहा है कि जबलपुर की एक 22 वर्षीय युवती को एक लाख रुपए में तीन महीने पहले टीकमगढ़ जिले में बेच दिया गया था. इस बीच पीडि़ता गर्भवती हो गई तो उसकी कीमत घट गई और इसके बाद पहले खरीदार ने उसे 50 हजार में दूसरे को बेच दिया. जानकारी के अनुसार जबलपुर के गोरखपुर थाना पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत के बाद मानव तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह में तीन महिलाएं और तीन पुरुष हैं, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गोरखपुर थाना क्षेत्र की मांडवा बस्ती में रहने वाली युवती तीन महीने पहले अचानक गायब हो गई थी. युवती के गायब होने के बाद परिजनों ने उसकी तलाश की और जब पता नहीं चला तो गोरखपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने जब जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि युवती टीकमगढ़ जिले में है.
जिसके बाद पुलिस युवती की तलाश में जुट गई और वहां से उसे बरामद भी कर लिया. युवती के मिलने के बाद उसके बयान ने पुलिस को चौंका दिया. पीडि़ता ने बताया कि जबलपुर में रहने वाली महिला और उसके साथियों ने उसे 1 लाख रुपए में सुधीर नामक व्यक्ति को बेच दिया था. पैसे देकर सुधीर उसे अपने साथ ले गया था. इस बीच उसके साथ दुष्कर्म किया गया, कुछ दिन बाद सुधीर को पता चला कि लड़की गर्भवती है तो उसने 50 हजार रुपये में दूसरे शख्स को बेच दिया. गोरखपुर सीएसपी प्रतिष्ठा राठौर ने बताया कि गिरोह में 3 महिलाएं और 3 पुरूष शामिल हैं. इनमें से जबलपुर की तीन महिलाएं और मोहित सोनी नामक युवक है, जबकि दो आरोपी मनोज राजपूत और सुरेश लोधी टीकमगढ़ के रहने वाले हैं. मानव तस्कर गिरोह के सदस्यों से पुलिस पूछताछ कर रही है और उम्मीद है कि और भी लड़कियों की तस्करी का राज खुल सकता है.