श्रद्धा हत्याकांड में बड़ा खुलासा, सबूत मिटाने आफताब ने किया था ये काम
शव के टुकड़े करने के बाद उसने क्या किया था.
नई दिल्ली: श्रद्धा मर्डर केस में रोजाना एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी दिल्ली पुलिस के हाथ कोई ठोस सबूत नहीं लग रहा है. अब आफताब ने दिल्ली पुलिस के सामने एक और खुलासा किया है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि श्रद्धा के शव के टुकड़े करने के बाद उसने क्या किया था.
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में आफताब ने श्रद्धा को लेकर उसके दिल में बसी नफरत का खुलासा किया. उसने बताया कि मर्डर के बाद 23 मई को उसने पूरा फ्लैट चेक किया था. सफाई और तलाशी के दौरान आफताब श्रद्धा के घर में मौजूद एक-एक सामान को ढूंढ़कर उसे मिटाना चाहता था.
आफताब ने पूछताछ में बताया कि उसके बैड रूम में श्रद्धा की 3 बड़ी तस्वीरें थीं, जिसमें दो फोटो श्रद्धा के लगे हुए थे. उत्तराखंड के टूर की और एक फोटो आफताब के साथ साल 2020 की मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया की तस्वीर थी. आफताब ने तीनों फोटो के फ्रेम को पहले तोड़ा और फिर तीनों फोटो को रसोई में माचिस से आग लगाकर जला दिया.
उसने कहा कि वो श्रद्धा से जुड़े एक-एक सबूत को मिटाना चाहता था, जिसके लिए उसने 23 मई को घर में मौजूद श्रद्धा के सामान को एक बैग में भरा, ये बैग पुलिस ने घर से बरामद भी कर लिया है, जिसमें श्रद्धा के कपड़े और जूते मिले हैं. इसके अलावा तीन फोटो को आफताब ने रसोई में जला दिया था.
आफताब श्रद्धा से इस कदर नफरत करने लगा था कि उसने न सिर्फ गांजा पीकर मारा. पहले उसके शव के 35 टुकड़े किए और फिर उन्हें ऐसी जगह फेंका, जहां से पुलिस बरामद भी नहीं कर पा रही है. यही नहीं इसके बाद भी उसकी नफरत खत्म नहीं हुई तो उसने तीनों तस्वीरों को आग के हवाले कर दिया.
दिल्ली पुलिस आज आफताब को लेकर महरौली में फ्लैट पर गई थी. इस दौरान फिर सीन रिक्रिएट किया गया था. इसके अलावा आज पुलिस ने फ्लैट के मालिक से केस से जुड़ी पूछताछ की थी. दिल्ली पुलिस की एक टीम उत्तराखंड और हिमाचल भी गई है, जहां वह श्रद्धा मर्डर केस से जुड़े सबूतों की तलाश में जुटी हुई है.
दिल्ली के महरौली में मुंबई का रहना वाला आफताब, जोकि पेशे से शैफ और फोटोग्राफर था. उसने अपनी लिवइन पार्टनर श्रद्धा वॉल्कर की बीते 18 मई को गला घोंटकर हत्या कर दी थी. इसके बाद शव के 35 टुकड़े कर दिए थे, जिन्हें स्टोर करने के लिए उसने 300 लीटर का फ्रिज भी खरीदा. बाद में धीरे-धीरे कई दिनों तक बाहर जाकर फेंकता रहा.