जिला प्रशासन का बड़ा फैसला...अब बेटियों के नाम से भी पहचाना जाएगा घर
लगेगी नेम प्लेट
नैनीताल अब बेटियों के नाम से भी पहचाना जाएगा। जिला प्रशासन ने नैनीताल नगर पालिका क्षेत्र के हर घर को बेटियों के नाम से पहचान देने की पहल शुरू कर दी है। घर-घर सर्वे कर बेटियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को नैनीताल में आयोजित एक कार्यक्रम में इस योजना का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने बेटियों को उनके नाम की नेम प्लेट भेंट की। शनिवार को मुख्यमंत्री ने नैनीताल से डोर टू डोर लगने वाली बेटियों के नाम की नेम प्लेट 'घरैकि पहचाण चेलिक नाम' लगाने का भी शुभारंभ किया। पट्टिका भेंट कर मुख्यमंत्री ने योजना का शुभारंभ किया। इससे पूरे प्रदेश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को और गति मिलेगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज नैनीताल में 4002.40 लाख लागत की आधा दर्जन से अधिक योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। जिसके बाद वह हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से शिष्टाचार भेंट के लिए पहुंचे। बता दें कि डीएम का कार्यभार संभालने के बाद धीराज सिंह गर्ब्याल ने जिले में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को बढ़ावा देने पर जोर दिया है।
धीराज सिंह गर्ब्याल ने ही नैनीताल को दुनिया में पहचान दिलाने के लिए जिले के हर एक घर का नाम उस घर की बेटी के नाम पर रखने की घोषणा की थी। डीएम गर्ब्याल ने बताया कि इस योजना की शुरुआत अब नैनीताल पालिका क्षेत्र से की जा रही है। पालिका क्षेत्र के हर घर को उसकी बेटी के नाम से पहचान दिलाने के लिए घर के बाहर बेटी के नाम से नेम प्लेट लगाई जा रही है। बताया कि घर की पहचान बेटी के नाम कार्यक्रम को साकार करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बेटियों के बारे में जानकारी जुटा रहीं हैं। डीएम ने बताया कि शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नैनीताल आकर इस योजना का शुभारंभ किया।