भाजपा का बड़ा फैसला, बसवराज बोम्मई को लेकर आई ये खबर

Update: 2022-08-13 08:20 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में मुख्यमंत्री चेहरे बदलने की तमाम चर्चाओं को पार्टी ने फिलहाल विराम लगा दिया है. बीजपी के कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह ने शनिवार को साफ कहा है कि राज्य में होने वाले चुनाव में पार्टी बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने जा रही है और वही एक बार फिर सीएम चेहरे होंगे.

भाजपा के कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि पार्टी अगला विधानसभा चुनाव सीएम बोम्मई के नेतृत्व में लड़ेगी. उन्होंने कहा कि संगठन के निर्णय में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी एक बार फिर राज्य में सरकार बनाने जा रही है. हमने 150 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.
उन्होंने कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है. इसलिए वह सीएम बदले जाने की अफवाहें फैला रही है. हालांकि, इसमें कोई सच्चाई नहीं है. कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया अफवाहें फैला रहे हैं. उस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है.
तुमकुरु से पूर्व भाजपा विधायक सुरेश गौड़ा ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की कुर्सी जाने की बात कही थी. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसा दावा किया था और कहा था- पार्टी का शीर्ष नेतृत्व बोम्मई को मुख्यमंत्री पद से हटाने पर विचार कर रहा है. संभव है कि 15 अगस्त से पहले बोम्मई की जगह दूसरे को जिम्मेदारी दी जा सकती है.
गौड़ा के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. कर्नाटक कांग्रेस के सोशल मीडिया विंग ने ट्वीट्स करके बीजेपी की घेराबंदी शुरू कर दी. कांग्रेस ने कहा- 40% सरकार को जल्द ही एक तीसरा मुख्यमंत्री मिलने की संभावना है. कठपुतली सीएम बोम्मई को बाहर किया रहा है. चूंकि, ये दावा बीजेपी नेता ने किया था, इसलिए कांग्रेस को हमला करने में आसानी हुई. अगले दो दिनों तक सोशल मीडिया और टेलीविजन चैनल पर चर्चाओं का बाजार गरम रहा.
इस बीच, कर्नाटक सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सुधाकर ने मोर्चा संभाला और बीजेपी नेता गौड़ा के बयान का खंडन किया. उन्होंने कहा- भाजपा सरकार (कर्नाटक में) बोम्मई के कुशल नेतृत्व में सुरक्षित और मजबूत है और कांग्रेस के नेता सिर्फ सपना देख रहे हैं. खुद एक पूर्व कांग्रेसी डॉ. सुधाकर ने कटाक्ष किया और कहा- कांग्रेस 'चिट मुख्यमंत्रियों' का पर्याय थी, क्योंकि पहले उसे दिल्ली के आकाओं द्वारा भेजे गए चिटों के आधार पर बदला जाता था.
वहीं, राज्य के बीजेपी नेता खुद सुरेश गौड़ा के बयान से हैरान थे. गौड़ा दो बार के विधायक हैं और आगामी चुनाव में तुमकुरु से पार्टी के एक मजबूत संभावित उम्मीदवार भी हैं.
हालांकि, सीएम बोम्मई ने बयानबाजी से खुद को दूर रखा और हर दिन दो अतिरिक्त घंटे काम करने का फैसला लिया. माना जा रहा है कि इस छोटे से विवाद ने ही बोम्मई को अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद की. क्योंकि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उनका समर्थन करते हुए कहा- बोम्मई को बदलने का कोई सवाल ही नहीं है और वह चुनाव में हमारी पार्टी का नेतृत्व करेंगे. पार्टी ने बोम्मई के कई कामों की तारीफ की और कहा कि कांग्रेस सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच अपनी आंतरिक लड़ाई को छिपाने के लिए एक झूठा प्रचार कर रही है.
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