बड़ी साजिश का खुलासा, 3000 रुपये में बन रहा था कुकर बम, पढ़े और भी हैरान करने वाली बातें
कई नई बातें सामने आ रही हैं.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ से बीते दिन यूपी एटीएस ने दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया और एक बड़ी साजिश का खुलासा किया. अब आतंकियों के इस मॉड्यूल (Terror Module) से जुड़ी कई नई बातें सामने आ रही हैं.
जानकारी के मुताबिक, अलकायदा के इन दोनों संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में पता चला है कि ये सिर्फ 3 हज़ार रुपये में प्रेशर कुकर बम तैयार कर रहे थे. जिस नसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को पकड़ा गया है, वह रिक्शे की बैटरी से बम बनाने में जुटा था.
लखनऊ से जिन दो संदिग्धों को पकड़ा गया है, उनसे पूछताछ के बाद यूपी के चार अन्य जिलों में भी यूपी एटीएस और लोकल पुलिस ने छापेमारी की है. अभी तक कानपुर से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जबकि संभल से एक युवक से पूछताछ हो रही है.
अब सुरक्षा एजेंसियों की निगाहें, कानपुर-संभल के अलावा बिजनौर के एक ISI के स्लीपिंग मॉड्यूल पर टिकी हुई हैं.
जानकारी के मुताबिक, अलकायदा के ये दोनों संदिग्ध DIY मॉड्यूल पर काम कर रहे थे. इसके लिए इन्होंने अपने पैसों से खरीदकर बम बनाया था, इनकी कोशिश थी कि ई-रिक्शा में इस्तेमाल होने वाली बैटरी से बम बनाया जाए.
संदिग्धों ने इंटरनेट के ज़रिए अलकायदा के आतंकियों से संपर्क साधा, इस दौरान ये उमर हलमंड के संपर्क में भी आए. और उसी के कहने पर बम बनाया. ये बम बनाने में सफल हो गए थे, बस अब टारगेट चुनने की प्रक्रिया चल रही थी.
गनीमत की बात ये है कि सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़े खतरे को टाल दिया. क्योंकि अगर दोनों संदिग्ध तैयार किए हुए कुकर बम को किसी भीड़ वाले इलाके में रख देते तो एक बड़ी घटना हो सकती थी.
आपको बता दें कि यूपी एटीएस ने रविवार को दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. इनका संबंध अलकायदा समर्थित आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद से बताया जा रहा था. इनका प्लान था कि यूपी के बड़े शहरों में धमाका किया जाए.