Rajasthan: राजस्थान। राजस्थान में उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने एक बड़ा दांव चल दिया है. सवाईमाधोपुर जिले की गंगापुर विधानसभा सीट से कई बार के विधायक रामकेश मीणा को विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष बना दिया है. उनके साथ ही जयपुर जिले की आदर्श नगर विधानसभा सीट से विधायक रफीक खान को चीफ व्हीप बनाया गया है. इन दोनों विधायकों को जिम्मेदारी तब दी गई है जब यहां पर पांच सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं. ऐसे में कांग्रेस ने जातीय समीकरण को साधते हुए ये बड़ा दांव चल दिया है. चूंकि, कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद यह फैसला लिया है. जो परिणाम आये हैं उन क्षेत्रों में कांग्रेस को बढ़त मिली है. इसके कई सियासी मायने भी हैं. जहाँ प्रदेश अध्यक्ष जाट समुदाय, नेता प्रतिपक्ष एससी समुदाय और उपनेता प्रतिपक्ष एसटी को दे दिया है. वहीं, चीफ व्हीप मुस्लिम कोटे को दे दिया है.
राजस्थान के सवाईमाधोपुर विधानसभा सीट से विधायक और कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा इन दिनों पार्टी में नाराज चल रहे हैं. ऐसे में जहां उनकी नाराजगी का असर मीणा बाहुल्य दौसा और देवली उनियारा सीट पर पड़ सकता है. जिसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश कांग्रेस ने रामकेश मीणा को उपनेता प्रतिपक्ष बनाकर की है. चूंकि, रामकेश मीणा भी सवाईमाधोपुर जिले की गंगापुर सीट विधायक हैं. उधर मीणा वोटर्स को रिझाने के लिए कांग्रेस के बड़ी रणनीति का हिस्सा है. रफीक खान जयपुर जिले की आदर्शनगर विधान सभा सीट से भले ही विधायक हो लेकिन वो शेखावटी क्षेत्र से आते हैं. इसलिए झुंझुनूं विधान सभा सीट पर होने वाले उपचुनाव पर इसका असर पड़ सकता है. वहां, पर मुस्लिम वोटर्स की संख्या प्रभावशाली है. इसलिए, इसे एक बड़ा दांव माना जा रहा है. भाजपा की विधान सभा में जातीय स्थिति को देखते हुए कांग्रेस ने दूसरी जातियों पर अपना भरोसा जताया है.