New Delhi. नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के बाद जय शाह ने आईसीसी की ओर अपना रुख कर लिया है। आईसीसी ने जय शाह को एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। जय शाह आने वाले अगले दो सालों के लिए आईसीसी के नए चेयरमैन बनाए गए हैं। यह बदलाव उस समय किया गया है जब आईसीसी का अगला सबसे बड़ा टूर्नामेंट पाकिस्तान में खेला जाना है। जय शाह ने ग्रेग बार्कले को बतौर आईसीसी चेयरमैन रिप्लेस किया है। ग्रेग बार्कले साल 2020 में आईसीसी के चेयरमैन बने थे। ग्रेग बार्कले लगातार दो बार आईसीसी के चेयरमैन रहे। 2020 में चेयरमैन चुने जाने के बाद वह फिर 2022 में निर्विरोध चुने गए। जय शाह भी निर्विरोध आईसीसी के चेयरमैन बने हैं। जय शाह ने बीसीसीआई के सचिव और एसीसी के अध्यक्ष के रूप में काफी कमाल का काम किया है। नए अध्यक्ष का कार्यकाल 1 दिसंबर 2024 से शुरू होने वाला है।
जय शाह 2019 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव बने। जय शाह ने लगभग 6 सालों तक बीसीसीआई में अपनी सेवाएं दी हैं। आईसीसी में जय शाह के कार्यकाल के दौरान ही चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन किया जाएगा। शेड्यूल के अनुसार यह टूर्नामेंट पाकिस्तान में खेला जाना है। हालांकि इसको लेकर काफी अटकलें अभी से ही लगाई जा रही है, लेकिन फिलहाल जय शाह के मुद्दे पर नजर डालें तो उनके लिए आईसीसी में काम करना भारत के लिए एक बड़ी बात होगी। आईसीसी में सबसे टॉप पोस्ट पर पहुंचने वाले जय शाह पहले भारतीय व्यक्ति नहीं हैं। उनसे पहले चार भारतीय आईसीसी के चेयरमैन/अध्यक्ष रह चुके हैं। जिसमें जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर का नाम शामिल है। जगमोहन डालमिया 1997 से 2000, शरद पवार 2010 से 2012, एन श्रीनिवासन 2014 से 2015 और शशांक मनोहर 2015 से 2020 तक आईसीसी के चेयरमैन/अध्यक्ष रह चुके हैं। आपको बता दें कि जय आईसीसी के टॉप पोस्ट पर पहुंचने वाले 5वें भारतीय हैं। वहीं वह इस पद को संभालने वाले सबसे युवा व्यक्ति भी हैं। वह 35 साल की उम्र में आईसीसी चेयरमैन बने हैं।