सिवान: शहाबुद्दीन की मौत के बाद क्या अब मुस्लिम वर्ग पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की पकड़ कमजोर होने लगी है? शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब के हालिया बयान से यह अंदाजा लगाया जा रहा है. हिना शहाब ने अपने बयान में इशारा कर दिया है कि वह RJD छोड़ चुकी हैं. हिना का यह फैसला लालू यादव के साथ-साथ तेजस्वी यादव की भी टेंशन बढ़ा सकता है.
रविवार को मुस्लिम मंच कारवाने बेदारी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम हिना शहाब से मिलने पहुंचे थे. उनके साथ और भी कई लोग थे. इस दौरान शहाब ने मीडिया से भी बात की.
मीडिया से बात करते हुए हिना शहाब ने कहा, 'अभी हम अपने घर में बैठे हैं. किसी पार्टी में नहीं हैं. बिल्कुल न्यूट्रल हैं. आगे क्या करना है कि इसका फैसला पूरे बिहार का दौरा करने के बाद लूंगी.' शहाबुद्दीन की पत्नी के इसी बयान से कयास लग रहे हैं कि हिना शहाब ने RJD का साथ छोड़ दिया है.
RJD से नाराजगी को लेकर हिना शहाब ने साफ तौर पर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन माना जा रहा है कि यह नाराजगी राज्यसभा सीट को लेकर है. दरअसल, RJD ने राज्यसभा के लिए शहाबुद्दीन की पत्नी का नाम नहीं भेजा था. यहां तक कि समर्थकों ने राबड़ी निवास के बाहर पोस्टर लगाकर इसकी मांग भी उठाई थी, जिसका कोई असर नहीं हुआ. तब से ही यह नाराजगी बढ़ी हुई दिख रही है.
शहाबुद्दीन के जिंदा रहने तक सिवान की राजनीति उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमती थी. आज भी सिवान की राजनीति शहाबुद्दीन के परिवार के ही इर्द-गिर्द है. इसीलिए सभी पार्टियों की निगाहें इस परिवार पर हैं. शहाबुद्दीन परिवार की पकड़ आज भी पूरे बिहार में मुस्लिमों पर मानी जाती है. शहाबुद्दीन की राजनीतिक विरासत को अब उनकी पत्नी हिना शहाब और बेटा ओसामा आगे ले जा रहा है.