बड़ा झटका! शिवसेना में बगावत, आगे की राह मुश्किलों भरी?

Update: 2022-07-18 06:58 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

मुंबई: उद्धव ठाकरे की शिवसेना से बगावत का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब आदित्य ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना की युवा विंग में नेता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं. इससे पहले मुंबई मेट्रोपोलिटन एरिया की महानगरपालिकाओं से बड़ी संख्या में कॉर्पोरेटरों ने एकनाथ शिंदे को समर्थन देने का ऐलान किया था.

सत्ता गंवाने के बाद शिवसेना के लिए इसे एक और बड़ा झटका माना जा रहा है. युवा सेना के सचिव और ठाणे महानगरपालिका से पार्षद पुर्वेश सरनाइक पहले ही शिंदे खेमे में शामिल हो चुके हैं. अब उन्होंने रविवार रात को सीएम एकनाथ शिंदे के आधिकारिक आवास पर बड़ी संख्या में युवा सेना के कार्यकर्ताओं समेत समर्थन देने का ऐलान किया.
पुर्वेश विधायक प्रताप सरनाइक के बेटे हैं. उन्होंने दिसंबर 2020 में ईडी ने समन भेजा था. लेकिन उन्हें अप्रैल 2021 में बॉम्बे हाईकोर्ट से अंतरिम राहत मिल गई. इससे पहले नवी मुंबई, कल्याण डोम्बीवली, उल्हासनगर, अंबरनाथ-बदलापुर और मीरा भायंदर में शिवसेना के सैकड़ों कॉर्पोरेटर एकनाथ खेमे में शामिल हो गए थे. कॉर्पोरेटरों के अलावा भिवंडी, शाहापुर, वसई और पालघर में कई जिला परिषद और पंचायत समिति के सदस्यों ने भी एकनाथ शिंदे को समर्थन देने का ऐलान किया था.
इसके अलावा विधायक योगेश कदम के नेतृत्व में रत्नागिरी में मंदनगढ़ और दापोली पंचायत समिति के 12 पार्षद शिंदे समूह में शामिल हुए. जबकि पालघर से शिवसेना सांसद राजेंद्र गावित की मौजूदगी में वसई-विरार से 5, विक्रमगढ़ से 19, तलासरी से 5 और मोखदा नगर पंचायत से 12 पार्षदों ने बीजेपी-शिंदे गठबंधन सरकार को अपना समर्थन देने का फैसला किया.
एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानपरिषद के चुनाव नतीजों के बाद बगावत कर दी थी. वे शिवसेना के बागी विधायकों के साथ सूरत, फिर वहां से गुवाहाटी पहुंचे थे. शिवसेना में टूट के चलते उद्धव के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई. इसके बाद एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से राज्य के सीएम बने हैं. वहीं, देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम हैं. एकनाथ शिंदे के खेमे में 50 विधायक हैं. इनमें शिवसेना के 40 विधायक और 10 निर्दलीय विधायक शामिल हैं.

Tags:    

Similar News

-->