उन्नाव: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक सप्ताह पहले नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद जुमे के दिन बाजार बंदी को लेकर पोस्टर जारी किए गए थे. कानपुर में पुलिस सतर्क थी, बावजूद इसके जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई और बेकनगंज में जमकर बवाल हुआ. उसके बाद से लगातार दंगाइयों पर कार्रवाई हो रही है. इधर कानपुर से सटे उन्नाव में आज आगामी जुमे के दिन बाजार बंदी का पोस्टर लगा दिया गया. पुलिस को इसकी सूचना मिली तो तत्काल पोस्टर हटा दिया गया. अब पुलिस साजिश रचने वाले की तलाश कर रही है.
उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले में एक दीवार पर आगामी जुमे के दिन बाजार बंदी को लेकर एक पोस्टर चिपका मिला, जिसमें दस जून को दुकान व कारोबार बंद रखने की बात लिखी थी. इसकी सूचना पुलिस को मिली तो आनन-फानन में पोस्टर को हटवा दिया गया. अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. पोस्टर किसने लगाए, इस बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका है. बताया जा रहा है कि सदर कोतवाली के जिस मोहल्ले में यह पोस्टर लगा पाया गया है, वहां अधिकांश हिंदू परिवार रहते हैं. आशंका जताई जा रही है कि किसी ने कानपुर की घटना को लेकर उन्नाव में भी हिंसा की साजिश रची.
उन्नाव के डीएम रविन्द्र कुमार ने कहा कि शांति समिति की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें मुख्य रूप से उन्नाव शहर के लोग शुक्लागंज नगर पालिका के लोग, दोनों धर्मों के धर्मगुरु शामिल थे. जिले में शांति व्यवस्था पूरी तरीके से सुनिश्चित है. किसी के बहकावे में कोई कार्य न करें. इसी को लेकर बैठक बुलाई गई थी. दोनों संप्रदाय के लोगों ने आश्वस्त किया है कि कहीं किसी प्रकार की कोई बात नहीं है.
जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी अगर अराजक तत्व अगर कोई हरकत करने की कोशिश करता है, सब लोग मिलकर उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने में मदद करेंगे. जिलाधिकारी ने बताया कि पोस्टर किसी की शरारत मालूम होती है, क्योंकि किसी ने उसे क्लेम नहीं किया. जिसकी भी शरारत होगी, उसे ट्रेस किया जा रहा है. उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. जिले में किसी ने भी पोस्टर को स्वीकार नहीं किया है. पूरी तरीके से सतर्कता बरती जा रही है, किसी भी प्रकार की कोई बात नहीं है.
उन्नाव के शहर काजी मौलाना निसार अहमद मिस्बाही ने कहा कि माहौल बिगाड़ने के लिए किसी ने शरारत की है. अधिकारियों से हमारी बात हुई है. शहर का माहौल बेहतर रखा जाए. हम न तो कोई जलूस निकालना चाहते हैं, न किसी तरीके से दुकानों को बंद कराना चाहते हैं. हम अपने शहर के माहौल को बेहतर रखना चाहते हैं. हमारा शहर अमन चैन के साथ है. किसी तरह से अफरा तफरी का माहौल न हो, हम यह अपील कर रहे हैं. शहर और जिला के लोगों से गुजारिश है कि पोस्टर पर कतई ध्यान न दें. जैसे रोज दुकान खुलती है, वैसे ही जुम्मा के दिन दुकान खोलें.
शहर काजी ने इस पोस्टर को लेकर सफाई दी है कि ऐसा किसी ने साजिशन किया है. शहर काजी ने कहा है कि यह पोस्टर फर्जी है. किसी जिम्मेदार की तरफ से यह पोस्टर जारी नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि यह पोस्टर न किसी तंजीम, न इमाम, न जिम्मेदार आलिम, न किसी मस्जिद की तरफ से जारी हुआ है. उन्होंने कहा कि पोस्टर कहां से बना है, यह भी नहीं लिखा है, हम इसे बस अफवाह समझेंगे. इस एलान का आवाम पर कोई असर नहीं है. यह माहौल बिगाड़ने के लिए किसी ने शरारत की है.