ड्रग्स माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, दो सगे भाइयों की करोड़ों की संपत्ति सीज

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Update: 2022-04-23 16:50 GMT

सूरत पुलिस ने ओडिशा पुलिस के साथ मिलकर ड्रग्स माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. इस संयुक्त कार्रवाई में ओडिशा के दो सगे भाइयों की करोड़ों की संपत्ति सीज कर दी गई. यह संपत्ति इन ड्रग्स माफिया के मूल निवास स्थान ओडिशा के गंजाम जिले में है. सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने बताया कि गुजरात और सूरत शहर में सड़क और रेल मार्ग से ये आरोपी गांजा सप्लाई करते थे

जानकारी के अनुसार, ओडिशा के गांजा माफिया सुनील पांडी, अनिल पांडी के खिलाफ सूरत के पुलिस कमिश्नर ने ओडिशा पुलिस को पत्र लिखा था. इसमें बताया गया था कि दोनों किस तरह से ओडिशा में बैठकर गुजरात में गांजे का कारोबार चलाते हैं. इससे दोनों ने करोड़ों की संपत्ति हासिल कर ली है. दोनों गांजा ​माफिया के खिलाफ सूरत और गुजरात के अन्य पुलिस थानों में कई मामले दर्ज हैं. इनमें अनिल पांडी 11 मामलों में अभी भी वांटेड है, जिनमें से 7 मामले सूरत के हैं, जबकि अन्य चार मामले अहमदाबाद क्राइम ब्रांच राजकोट और जूनागढ़ के पुलिस थाने में दर्ज हैं.
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि दोनों आरोपियों के खिलाफ सूरत समेत गुजरात में एक दर्जन मामले दर्ज हैं. इसको लेकर ओडिशा की STF और संबंधित विभाग को जानकारी दी गई थी. दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत उनकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई को लेकर कहा गया था. इसी के तहत ओडिशा के गंजाम जिले की पुलिस ने दोनों गांजा ​माफियाओं के आलीशान बंगले सीज कर दिए. वहीं दो महंगी कारें जब्त कर ली गई हैं. इसके अलावा उनके बैंक अकाउंट को भी सीज कर दिया गया है.
दोनों आरोपियों की सीज की गई 12 प्रॉपर्टी की कीमत 2 करोड़ 2 लाख 69 हज़ार 787 रुपए है, जबकि सीज की गई दो कारों की कीमत 26 लाख रुपए है. वहीं बैंक अकाउंट भी सीज किए गए हैं. सूरत के पुलिस कमिश्नर तोमर ने कहा कि सितंबर 2020 को 'नो ड्रग' मुहिम के तहत अभी तक 46 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 5 करोड़ 7 लाख 85 की ड्रग पकड़ी जा चुकी है. पुलिस ने 155 आरोपियों को पकड़ा है, जिसमें 146 पुरुष और 9 महिलाएं शामिल हैं. पकड़े गए आरोपी राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा के रहने वाले हैं.
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