नई दिल्ली (आईएएनएस)| काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के दो वरिष्ठ सदस्यों को भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, नई दिल्ली का फेलो चुना गया है। विज्ञान संस्थान स्थित रसायनशास्त्र विभाग के प्रो. दया शंकर पाण्डेय तथा भौमिकी विभाग के प्रो. राजेश कुमार श्रीवास्तव को अकादमी का फेलो चयनित किया गया है। वर्ष 1935 में स्थापित यह प्रतिष्ठित अकादमी मानवता व राष्ट्र के उत्थान के लिए भारत में विज्ञान के प्रोत्साहन हेतु कार्य करती है। फेलो के रूप में प्रो. डी.एस. पाण्डेय के चयन की घोषणा करते हुए अकादमी ने कहा कि उन्होंने रसायनशास्त्र के विभिन्न क्षेत्रों व उनकी ऐप्लिकेशन्स के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया है। अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित प्रो. पाण्डेय ने ख्यातिप्राप्त राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में 160 से अधिक पत्र प्रकाशित किये हैं। साथ ही साथ उनके नाम तकरीबन 3500 से अधिक साइटेशन भी हैं। वे देश की शीर्ष विज्ञान अकादमी इकाइयों के फेलो भी हैं।
प्रो. आर.के. श्रीवास्तव के चयन की घोषणा में अकादमी ने कहा कि भौमिकी के विभिन्न आयामों के अध्ययन में प्रो. श्रीवास्तव का योगदान उल्लेखनीय है। अकादमी ने कहा है कि (सबकॉन्टिनेंटल मेंटल रिजर्वाॅयर) बड़े आग्नेय शैल क्षेत्रों तथा सुपरकॉन्टिनेंट के पुनर्निर्माण के संदर्भ में वृहद वैश्विक समझ विकसित करने में प्रो. श्रीवास्तव का अध्ययन महत्वपूर्ण है। वे दो अन्य ख्यातिलब्ध विज्ञान अकादमी तथा नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस के भी सदस्य हैं। उन्होंने विभिन्न प्रतिष्ठित शोध पत्रिकाओं में 150 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित किये हैं। प्रो. श्रीवास्तव ने शुक्रवार को विशाखापटनम में आयोजित समारोह में अकादमी के फेलो का सम्मान ग्रहण किया।
कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने प्रो. डी.एस. पाण्डेय तथा प्रो. आर.के. श्रीवास्तव को भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी का फेलो बनने पर बधाई दी है। कुलपति इस बात पर जोर देते रहे हैं कि विद्यार्थियों व संकाय सदस्यों के लिए अवसर उत्पन्न व उपलब्ध करने तथा उत्कृष्टता के उनके प्रयासों को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय हर संभव कदम उठाएगा।
कुलपति ने कहा कि संकाय सदस्य राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा व अनुसंधान में अपने सराहनीय योगदान से अक्सर विश्वविद्यालय को गौरवान्वित करते हैं। विश्वविद्यालय के शिक्षकों, शोधकर्ताओं व वैज्ञानिकों के इस योगदान को ख्यातिलब्ध संस्थानों व इकाइयों द्वारा सम्मानित किया जाता है, जिससे बीएचयू की प्रगति व प्रतिष्ठा को नई गति प्राप्त होती है।