डॉक्टरों ने लिवर फेलियर से जूझ रही महिला को दिया जीवनदान

कुछ ही समय में हालत बहुत खराब हो गई.

Update: 2024-08-22 09:18 GMT
नई दिल्ली: बेंगलुरु के डॉक्टरों ने डेंगू के कारण लिवर फेलियर से जूझ रही 25 वर्षीय महिला का सफलतापूर्वक इलाज किया। सोनाली (बदला हुआ नाम) एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजस्थान से बेंगलुरु गई थी। इसी दौरान उन्‍हें अचानक तेज ठंड लगने लगी और कुछ ही समय में हालत बहुत खराब हो गई।
स्थानीय अस्पताल में महिला को शुरुआती उपचार में 20 से 25 यूनिट ब्लड प्रोडक्ट्स चढ़ाए गए। उन्‍हें फेफड़ों से जुड़ी परेशानियां होने लगीं और रक्तस्राव के कारण सूजन हो गया। जिसके बाद डॉक्टरों ने कहा कि उन्‍हें लिवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता हो सकती है। एस्टर आर.वी. अस्पताल के हेपेटोलॉजी एवं इंटीग्रेटेड लिवर केयर के डॉ. गंजू ने कहा, '' उनकी हालत को देखते हुए उन्‍हें एस्टर आर.वी. अस्पताल में लिवर टीम के पास भेजा गया। जब सोनाली को भर्ती कराया गया, तो वह लगभग बेहोश थीं और उनके कई अंग प्रभावित थे। पहले 48 से 72 घंटे बहुत महत्वपूर्ण थे।''
टीम ने उन पर गंभीरता से ध्यान दिया और उन्‍हें 'लिवर रीजेनरेटिव थेरेपी' के साथ अन्‍य उपचार भी दिए। इस उपचार के बाद 48 से 72 घंटों के भीतर सोनाली को होश आ गया, जो उसके ठीक होने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। मेडिकल टीम ने उसकी पोषण संबंधी जरूरतों पर पूरा ध्यान दिया, लिवर डिटॉक्सिफिकेशन और मेटाबॉलिक फंक्शन को सपोर्ट करने के लिए नाक की नली के जरिए जरूरी विटामिन और मिनरल दिए गए।
आईसीयू में छह दिन रहने के बाद, उन्‍हें ठीक होने के लिए वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया। लिवर टीम के सदस्य डॉ. रोमिल ने कहा, "सोनाली का मामला बेहद गंभीर था और उनका ठीक होना किसी चमत्कार से कम नहीं था।"
सोनाली ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, "मैं उन डॉक्टरों और कर्मचारियों की बहुत आभारी हूं जिन्होंने मेरी जान बचाई और मुझे मेरे बच्चे से फिर से मिलाया।"
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