धर्मशाला। धर्मशाला राजकीय अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की मुख्यातिथि महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. आरती वर्मा व अन्य प्राध्यापकों ने ज्ञान की देवी मां सरस्वती की आराधना के साथ दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। समारोह की आरंभिक औपचारिकताओं की संपन्नता के उपरांत डा. चारू शर्मा ने महाविद्यालय के विकास को रेखांकित करते हुए सत्र 2022-23 का वार्षिक प्रतिवेदन सविस्तार प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने वर्षभर की शैक्षणिक एवं सहपाठ्यचर्या गतिविधियों में महाविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान रोशनी से सराबोर खुशी से खिलखिलाते चेहरे, कभी लोकनृत्य में रंग-बिरंगे परिधान पहने तो कभी शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति से सुरम्य वातावरण में, तालियों की गडग़ड़ाहट से महाविद्यालय का सभागार गूंज उठा। प्रशिक्षुओं ने अपनी एक से बढक़र एक मनभावन प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रशिक्षुओं ने पहाड़ी नाटी पर दर्शक दीर्घा में बैठे हर एक को झूमने पर विवश कर दिया।
समारोह की मुख्यातिथि महोदया ने खेलकूद प्रतियोगिता, शैक्षिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की प्रावीण्य सूची में उत्तीर्ण प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रशिक्षुओं को पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस तरह के कार्यक्रम ही उनके भीतर छिपी हुई प्रतिभा को बाहर लाने में मददगार साबित होते हैं। अपने वक्तव्य को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि हमें अपने सर्वांगीण विकास के लिए निरन्तर प्रयत्नरत रहना चाहिए। तभी हम समाज में अपनी बेहतरीन सेवाएँ दे सकते हैं। प्रशिक्षुओं के मंगल भविष्य की कामना करते हुए समारोह की सुसम्पन्नता पर शुभकामनाएं दीं। समारोह की अतिंम प्रस्तुति में प्रशिक्षु छात्राओं के गरवा नृत्य को देखकर दर्शक स्वयं को तालियां बजाने से नहीं रोक पाए। कार्यक्रम के अंत में डॉ आरके कौंडल ने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुटे महाविद्यालय परिवार का धन्यवाद सहित आभार व्यक्त किया। इस समारोह के विधिवत् आयोजन व संचालन में महाविद्यालय के प्राध्यापक डा. अतुल आचार्य मंच संचालन की भूमिका में रहे। राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रशिक्षुओं सहित समस्त शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।