इंदौर (आईएएनएस)| रामनवमी के मौके पर इंदौर में हुए हादसे के हालात को जानने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों का हाल जाना और हादसे की जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार की सुबह इंदौर पहुंचे। उन्होंने उस स्थान का दौरा किया जहां हादसा हुआ था और उसके बाद अस्पताल पहुंचे और घायलों का हाल जाना। साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में खुले पड़े कुएं, बावड़ी और बोरवेल को लेकर एक अभियान चलाया जाएगा, साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने ऐलान किया था कि घटना में दिवंगत लोगों के परिजनों को पांच पांच लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की जाएगी। घायलों के नि: शुल्क उपचार के साथ 50 हजार प्रति घायल को राशि प्रदान की जाएगी।
रामनवमी के मौके पर बेलेश्वर महादेव मंदिर में बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे और बावड़ी की छत पर बैठकर हवन पूजन कर रहे थे। अचानक बावड़ी की छत धंस गई और उसमें लोग नीचे गिर गए। लगभग 50 लोग बावड़ी के पानी में जा समाए। उसके बाद से राहत और बचाव कार्य जारी है। बावड़ी के पानी को बाहर निकाला गया और मलबे में तलाशी चली। अभी भी एक व्यक्ति लापता है।
प्रारंभिक तौर पर 13 लोगों की मौत हुई थी, बाद में सेना को राहत और बचाव कार्य के लिए बुलाया गया। रात भर तलाशी अभियान चला और लगातार शवों के मिलने का सिलसिला जारी रहा।
हादसा स्थल पर मौजूद भाजपा के विधायक आकाष विजयवर्गीय ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान बताया है कि इस हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 18 लोग घायल हुए हैं।
हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमला और राहत बचाव दल मौके पर पहुंचा। जो लोग बावड़ी में गिरे उन्हें रस्सियों की मदद से बाहर निकाला गया। जिन लोगों को बाहर निकाला गया है उनको कई तह की चोटें आई हैं।