जमकर बरसे: बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया...मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया और राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस
देखें वीडियो.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की गुरुवार को अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है. पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव जरूरी हैे. ये नहीं जो सत्ता में हैं, उनका संसाधन पर एकाधिकार हो, ये नहीं उनका मीडिया पर एकाधिकार हो, ये नहीं हो कि सत्ताधारी दल का संवैधानिक और न्यायिक एजेंसियों जैसे आईटी, ईडी, चुनाव आयोग पर प्रत्यक्ष या परोक्ष नियंत्रण हो.
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के हस्तपेक्ष के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर जो तथ्य निकलकर सामने आए, वो चिंताजनक और शर्मनाक हैं. इससे देश की छवि को ठेस पहुंची है. हमारे देश में पिछले 70 सालों में निष्पक्ष चुनाव और स्वस्थ लोकतंत्र की जो छवि बनी थी, उस पर प्रश्नचिह्न लग गया है.
खड़गे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी चंदा बॉन्ड को गैरकानूनी और असंवैधानिक करार दिया था. उसके तहत मौजूदा सत्ताधारी दल ने हजारों करोड़ रुपये से ज्यादा अपने अकाउंट में भर लिए हैं जबकि दूसरी तरफ साजिशन मुख्य विपक्षी दल का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है ताकि हम पैसों के अभाव में बराबरी से चुनाव न लड़ें और ना लड़ पाएं. ये सत्ताधारी दल द्वारा खतरनाक खेल है, इसके दूरगामी प्रभाव होंगे क्योंकि लोकतंत्र को बचाना है तो समानता होनी चाहिए.
खड़गे ने कहा कि सत्ताधारी दल द्वारा खतरनाक खेल खेला जा रहा है. इससे स्पष्ट है कि किसी राजनीतिक दल को असहाय बनाकर चुनाव लड़ने में बाधा उत्पन्न कर उसे निष्पक्ष चुनाव नहीं कहा जा सकता. आम नागरिक देख सकते हैं कि बीजेपी ने चुनाव चंदा बॉन्ड से 56 फीसदी पैसे हासिल किए हैं जबकि कांग्रेस को 11 फीसदी ही मिले हैं.
इस दौरान कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हम लोकतंत्र को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इलेक्टोरल बॉन्ड से बीजेपी को बड़ा फायदा हुआ है. प्रधानमंत्री कांग्रेस को अपाहिज करने की कोशिश कर रहे हैं. ये बेहद गंभीर मसला है, लोकतंत्र पर हमला है.
इस दौरान कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस अपना पार्टी फंड का इस्तेमाल नहीं कर पा रही है. हम प्रचार के लिए धनराशि खर्च नहीं कर पा रहे हैं. ये किस तरह का लोकतंत्र हैं? हमारे खिलाफ 30 से 35 पुराने मामले खोलकर हमें पैसे का इस्तेमाल नहीं करने दे रहे हैं.
माकन ने कहा कि हमारे पास उम्मीदवारों को देने के लिए पैसे नहीं है. हमारे पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कांग्रेस पार्टी को जो नया नोटिस जारी किया है, वह 1994-1995 से जुड़ा हुआ है. ये नोटिस 14 मार्च को दिया गया. इस समय ये नोटिस क्यों जारी किया गया है क्योंकि ये मामला 30 साल पुराना है.