स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण के लिए नए रजिस्ट्रेशन पर रोक, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को दिए निर्देश
स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण के लिए नए रजिस्ट्रेशन पर रोक
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: नई दिल्ली, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र लिखकर स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण के लिए नए रजिस्ट्रेशन नहीं करने के निर्देश दिए हैं। दरअसल कुछ केंद्रों पर 45 साल से कम उम्र के लोगों का स्वास्थ्यकर्मी या फ्रंटलाइन वर्कर्स के नाम पर रजिस्ट्रेशन कर टीका लगाने की बात सामने आ रही है। इस वजह से केंद्र की तरफ से यह कदम उठाया गया है।
दिल्ली में कुछ निजी केंद्रों में टीकाकरण के लिए लाभार्थियों के चयन में अनियमितता पर भी केंद्र ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि दिल्ली के प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) को संबोधित पत्र में अधिकारियों से उत्तर पूर्वी जिले में निजी टीकाकरण केंद्र के रूप में काम कर रहे विद्यासागर इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ, न्यूरो एंड अलाइड साइंसेज (विमहांस) को तत्काल कारण बताओ नोटिस भेजने को कहा गया है। यहां टीकाकरण के लिए तय प्रविधानों के उल्लंघन की बात सामने आई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की ओर से भेजे गए पत्र में इंस्टीट्यूट से 48 घंटे के भीतर लिखित जवाब मांगने को कहा गया है। साथ ही अस्पताल पर जुर्माना लगाने और जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर उसे पैनल से हटाने जैसे कदम उठाने को भी कहा गया है। केंद्र सरकार ने 18 साल से अधिक उम्र के स्वास्थ्यकर्मी एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगवाने की अनुमति दी है।
पत्र में कहा गया, '19 मार्च से तीन अप्रैल के बीच के को-विन के डाटा से यह सामने आया है कि टीका लगवाने वाले कई लोग तय प्राथमिकता समूहों से बाहर हैं।' स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि टीका बेशकीमती चीज है और इसके दिशा-निर्देशों के पालन में किसी तरह की अनियमितता से राष्ट्रीय स्तर पर टीकाकरण अभियान प्रभावित होगा। इससे पात्र लोगों के टीकाकरण से वंचित रह जाने का खतरा रहेगा।