UP. यूपी। बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हाथरस भगदड़ और बाबा नारायण साकार हरि को लेकर बड़ा बयान दिया है. आज धीरेंद्र शास्त्री का जन्मदिन है. इस दौरान उन्होंने गुरुवार को मीडिया से बातें करते हुए हाथरस भगदड़ और बाबा नारायण साकार हरि को लेकर बयान दिया है. उन्होंने अपनी बात को पांच प्वाइंट में रखा है. धीरेंद्र शास्त्री ने नारायण साकार हरि का नाम न लेते हुए कहा कि पहली बात वो कोई परंपरा के साधु नहीं हैं. दूसरी बात हमें जो पता लगा कि वहां कोई विचित्र स्थिति बनी. तीसरी बात जूता पहनकर प्रवचन हमने पहली बार देखा. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि चौथी बात साधु या महात्मा वही है जो अपने से ज्यादा अपने भक्तों की रक्षा का ध्यान रखे और पांचवीं बात निश्चित तौर पर कुछ रहा होगा, लेकिन हम तो यही कहेंगे कि ऐसी जगहों पर जाने से बचें. अगर दूर से ही गुरु की दृष्टि पड़ जाए तो कल्याण हो जाएगा.
बता दें कि हाथरस भगदड़ में अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं कई लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है. यूपी प्रशासन की ओर से मामले में जरूरी कार्रवाई की जा रही है. हाथरस हादसे को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक पुलिस जांच में सबसे बड़ा खुलासा हुआ है.बाबा नारायण साकार हरि के कथा के दौरान मंगलवार दोपहर को भगदड़ बच गई. दरअसल बाबा के प्रवचन खत्म होते ही वहां से भक्त बाबा के चरणों की मिट्टी लेने के लिए दौड़ पड़े थे. वहां पहले से पानी फैला हुआ था जिससे मिट्टी गिली हो चुकी है.
इस दौरान लोग फिसलकर एक दूसरे पर गिरते चल गए और पलक झपकते ही स्थिति भगदड़ में बदल गई और कई लोगों की मौत हो गई वहीं कई घायल हो गए. सेवादारों ने घटना की वीडियो बना रहे लोगों से फोन छीनकर तोड़ दिए थे. बाबा के कार्यक्रम में फोन ले जाने पर पाबंदी थी. अभी तक घटना के वक्त हुई भगदड़ का वीडियो सामना नहीं आया है. हाथरस भगदड़ घटना पर अलीगढ़ IG शलभ माथुर ने कहा, "अगर जरूरत पड़ेगी तो पूछताछ की जाएगी. FIR के अंदर उनका(नारायण साकार उर्फ भोले बाबा) नाम नहीं है. ज़िम्मेदारी आयोजक की होती है. आयोजक का नाम FIR में है. आयोजक पर 1 लाख रुपये का ईनाम भी घोषित है. हाथरस हादसे में अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें चार पुरुष, दो महिलाएं शामिल हैं.