नई दिल्ली: कांग्रेस ने सोमवार को केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वह मणिपुर हिंसा पर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान बच रही है और यह जताने की कोशिश कर रही है कि वह चर्चा लिए तैयार है। सरकार पर पलटवार करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा, "इंडिया (गठबंधन) की पार्टियां राज्यसभा में सभी कामकाज को निलंबित करने और मणिपुर पर प्रधानमंत्री का बयान और उसके बाद चर्चा की मांग कर रही हैं।"
राज्यसभा सांसद ने कहा, "मोदी सरकार इसका विरोध कर रही है और यह आभास देने की कोशिश कर रही है कि वह बहस के लिए तैयार है, जबकि प्रधानमंत्री के बयान पर कुछ नहीं कह रही है। जब भाजपा विपक्ष में थी, तो वह अक्सर (किसी भी मुद्दे पर) सदन को तब तक चलने नहीं देती थी जब तक तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह बयान नहीं दे देते थे, जो वह आमतौर पर करते थे।'' उनकी टिप्पणी नियम 267 के तहत मणिपुर की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की विपक्ष की मांग के बाद सोमवार को राज्यसभा स्थगित होने के बाद आई। इस बीच सरकार ने कहा कि वह नियम 176 के तहत मणिपुर हिंसा पर चर्चा कराने को तैयार है।
इस बीच, संसद भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, "हम मणिपुर मुद्दे पर विस्तृत चर्चा चाहते थे। हमारा प्रतिनिधिमंडल मणिपुर गया था। यह बहुत गंभीर मुद्दा है, प्रधानमंत्री क्यों नहीं आ सकते। हम सब मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार हैं।''