ऑटो चालक ने पेश की इंसानियत की मिसाल, ऑटो को एंबुलेंस में बदला, पत्नी के गहने बेचे, ऐसे करते है सेवा

कोरोना के इस आपात संकट में अब हर तबके के लोग मदद के लिए आगे आने लगे हैं.

Update: 2021-04-29 11:53 GMT

भोपाल. कोरोना के इस आपात संकट में अब हर तबके के लोग मदद के लिए आगे आने लगे हैं. 200-300 रूपये रोज कमाने वाले एक ऑटो चालक जावेद ने इंसानियत की ऐसी एक मिसाल पेश की, जो अब प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में नजीर बन गई है. इस संकट में मरीजों की फ्री में मदद करने के लिए ऑटो को एंबुलेंस में तब्दील कर दिया.

जब ऑक्सीजन और ऑटो चलाने के लिए पैसे कम पड़ने लगे तो जावेद ने अपनी पत्नी के जेवर तक इस मानवता की सेवा के लिए बेच दिए. उसने इस संकट की विकट घड़ी में अपने परिवार की फिक्र तक नहीं की. जावेद को तो उन मरीजों की सेवा करनी थी, जिन्हें एम्बुलेंस नसीब नहीं हो रही थी. यदि एम्बुलेंस मिल भी रही थी, तो उसे ले जाने के लिए पैसे नहीं थे.
ऐसे गरीब लोगों के लिए भोपाल के बाग फरहतवज़ा में रहने वाले जावेद फरिश्ता बन कर आये. जावेद ने बताया कि उसने मरीज़ों की मदद के लिए अपने ऑटो को एम्बुलेंस में तब्दील कर दिया है. ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर रखकर मरीज़ों को निःशुल्क सवारी के साथ ऑक्सीजन ऑटो में ही मुहैया करा रहे हैं.
इसके अलावा ऑटो में संक्रमण से बचने के लिए प्लास्टिक की शीड लगाई है. साथ ही सैनेटाज़र का इंतज़ाम भी किया. जावेद ने मरीज़ों की निशुल्क सवारी और ऑक्सीजन के इंतज़ाम के लिए अपनी पत्नी के जेवर तक बेच दिए. उनका कहना है इस महामारी में लोगों की मदद करना ही सबसे बड़ी मानवता है.


Tags:    

Similar News

-->