नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की कृष्ण नगरी मथुरा में गोवर्धन पर्वत है. हिंदुओं की आस्था का केंद्र गोवर्धन पर्वत की पवित्र शिला बेचने से संबंधित विज्ञापन का मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है. अब इस मसले को लेकर पुलिस भी एक्शन में आ गई है. मथुरा पुलिस ने ऑनलाइन गिरिराज शिला बेचने की कोशिश के मामले में दो दुकानदारों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दो दुकानदारों के खिलाफ पुलिस ने गिरिराज शिला ऑनलाइन बेचने की कोशिश के मामले में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया है. ये मामला मथुरा जिले के गोवर्धन थाने में दर्ज किया गया है. मथुरा के गोवर्धन थाने की पुलिस और मथुरा पुलिस की साइबर सेल मामले की जांच कर रही है.
डिप्टी एसपी गौरव त्रिपाठी ने कहा है कि गोवर्धन पुलिस और साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू कर दी है. अधिकारियों के मुताबिक दो दुकानदारों के खिलाफ इंडियन पीनल कोड की धारा 295 और आईटी एक्ट की धारा 66 डी के तहत ये मामला दर्ज किया गया है. जिन दो दुकानदारों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें धवल सचदेव स्टोर और वृंदावन स्टोर के मालिक शामिल हैं.
आरोप है कि इन दोनों स्टोर की ओर से ई-कॉमर्स पोर्टल Amazon पर विज्ञापन दिया गया था. इस विज्ञापन में पवित्र माने जाने वाले गिरिराज पर्वत की शिला का एक टुकड़ा 4000 रुपये कीमत में बेचने का ऑफर दिया गया था. अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. गोवर्धन थाने की पुलिस और साइबर सेल की भी इस केस में एंट्री हो गई है. पुलिस ने कहा है कि जांच के बाद संबंधित धाराओं में कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अमेजन पर वृंदावन स्टोर और धवल सचदेव स्टोर की ओर से गिरिराज शिला बेचने से संबंधित विज्ञापन दिया गया था. इस विज्ञापन में गिरिराज शिला के एक टुकड़े की कीमत 4000 रुपये बताई गई थी. गिरिराज शिला का रंग नीला बताया गया था. आस्था के केंद्र गिरिराज की शिला का विज्ञापन अमेजन पर दिखा तो लोग भड़क गए. लोगों ने संत-महंतों से ऐसे कार्यों पर तत्काल रोक लगाने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने की मांग भी की थी.
ये कोई पहला अवसर नहीं है जब गिरिराज शिला बेचने को लेकर कहीं विज्ञापन दिया गया हो. इसी तरह का मामला 2021 में भी सामने आया था. 2021 में 7 फरवरी को इंडिया मार्ट चेन्नई की वेबसाइट पर भी इसी तरह का विज्ञापन दिया गया था. तब भी गोवर्धन थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. पुलिस ने आरोपी को चेन्नई से गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था. अब सामने आए ताजा मामले में भी लोग इसी तरह की कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.