न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बिहार में जनसुराज पद यात्रा पर हैं. उन्होंने एक बार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें किसी का उत्तराधिकारी नहीं बनना है. उन्हें बिहार के लोगों से जो वादा किया है, बस उसे पूरा करना है. प्रशांत किशोर ने इससे पहले मंगलवार को दावा किया था कि नीतीश कुमार ने उन्हें जदयू का नेतृत्व करने का ऑफर दिया था.
प्रशांत किशोर बिहार में 3500 किमी लंबी पद यात्रा निकाल रहे हैं. उनका दावा है कि वे बिहार के हर कोने में जाएंगे. जमुनिया में जन सुराज पदयात्रा कैंप में उन्होंने स्थानीय लोगों से संवाद करते हुए कहा कि 10-15 दिन पहले मीडिया में खबर आई थी. नीतीश कुमार ने मुझे घर बुलाया था. उन्होंने कहा था कि आप हमारे उत्तराधिकारी हैं, यह सब क्यों कर रहे हैं. आइए हमारे साथ, हमारे पार्टी के नेता बन जाइए. हमने उनकी बात सुनी. बहुत लोगों ने मुझे गालियां दीं, कि मैं उनसे मिलने क्यों गया?
प्रशांत किशोर ने दावा किया, मैं नीतीश कुमार से मिलने इसलिए गया था, ताकि उन्हें ये बता सकूं कि कितना भी बड़ा प्रलोभन देंगे, लेकिन मैंने जनता से एक बार जो वादा कर दिया, उससे पीछे नहीं हटूंगा. उत्तराधिकारी बनाएं या कुर्सी खाली करें, उससे कोई मतलब नहीं है.
इससे पहले प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा था कि वे मुख्यमंत्री बने हुए हैं. मुख्यमंत्री बनके बहुत होशियार बन रहे हैं. किशोर ने बताया था कि 2014 लोकसभा चुनाव में हार के बाद वे मुझसे दिल्ली में मिले थे और मदद मांगी थी. मैंने 2015 में विधानसभा चुनाव जीतने में उनकी मदद की. वे महागठबंधन में मुख्यमंत्री उम्मीदवार बने. लेकिन अब वे मुझे ही ज्ञान दे रहे हैं.
नीतीश कुमार ने हाल ही में प्रशांत किशोर को लेकर कहा था कि वे बिहार की राजनीति की A, B, C नहीं जानते. अब इस पर पलटवार करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, मैं एक डॉक्टर का बेटा हूं, देश भर में अपनी काबिलियत साबित करने के बाद अपने गृह राज्य में काम करने की कोशिश कर रहा हूं.