नई दिल्ली: बीजेपी ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली 'आप' सरकार को फिर कठघरे में खड़ा किया। शराब, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दों पर तमाम सवाल उठाते हुए पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाए। भाजपा मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि दिल्ली में शराब के ठेके बेचे गए हैं। कैग की रिपोर्ट के अनुसार, 2019-20 तक चार साल की अवधि में दिल्ली का कर्ज सात फीसदी बढ़ा है।
दिल्ली सरकार विकास निधि का उपयोग करने में विफल रही। इसलिए यह नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि 39 योजनाएं सिर्फ कागज पर हैं। पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने एक भाषण में दावा किया कि उन्होंने 10 लाख लोगों को नौकरी दी, लेकिन एक आरटीआई के जवाब में खुलासा हुआ कि सिर्फ 3,246 लोगों को नौकरी दी गई। एक अन्य आरटीआई में खुलासा हुआ कि उन्होंने सिर्फ 849 लोगों को नौकरी दी। पात्रा ने आरोप लगाया कि दिल्ली में आप सरकार ने रेवड़ी की तरह ठेके बांटे।
कर्जमाफी, टैक्स में छूट को लेकर 'आप' ने केंद्र सरकार पर फिर निशाना साधा है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि देश की अर्थव्यवस्था को चौपट किया जा रहा है। यही वजह है कि देश में आजादी के 75 साल में पहली बार ऐसे हालात पैदा हो गए हैं कि केंद्र सरकार दूध-दही, आटा-चावल पर टैक्स लगा रही है। जनता से मिले टैक्स के पैसे से खास कारोबारियों के कर्ज माफ किए जा रहे हैं। जब इसे लेकर सवाल पूछो तो केंद्र सरकार इधर-उधर की बात करती है।
अपने निवास पर आयोजित पत्रकारवार्ता में मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था की हालत इतनी बुरी इसलिए हो चुकी है, क्योंकि केंद्र सरकार ने जनता से टैक्स के रूप में मिले पैसे खास कारोबारियों की तिजोरियों को भरने में खर्च कर दिए। केंद्र सरकार ने उनके 5 लाख करोड़ रुपए के टैक्स और 10 लाख करोड़ रुपए के लोन माफ कर दिए।