एनसीआर नॉएडा न्यूज़: यमुना सिटी में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। यहां से 2024 की शुरुआत में हवाई जहाज उड़ान भरने लगेंगे। इससे पहले यमुना सिटी में करीब एक लाख लोगों के आकर बसने का अनुमान है। इन लोगों की जान-माल की हिफाजत के लिए यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) ने बड़ा फैसला लिया है। यमुना अथॉरिटी यमुना सिटी के अलग-अलग सेक्टरों में 10 नए थाने बनाएगी।
यमुना सिटी में इन सेक्टरों में बनेंगे थाने: यमुना अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक इनमें एक थाना एंटी टेरीरिस्ट स्क्वायड (एटीएस कंमाडो) के लिए बनाया जाएगा। दूसरा थाना नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए बनाया जाएगा। दो महिला थाने यमुना सिटी के लिए बनेंगे। इनमें एक थाना एयरपोर्ट पर होगा और दूसरा शहर में बनेगा। एक साइबर थाने की स्थापना की जाएगी। यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा सायबर थाना बनेगा। एंटी टेरीरिस्ट थाना यमुना सिटी के सेक्टर-32 में बनेगा। आवासीय सेक्टर-18 में थाने के लिए 4,000 वर्ग मीटर जमीन आरक्षित कर दी गई है।
यमुना सिटी में 2023 के दौरान 1,500 परिवार बसेंगे: यमुना अथॉरिटी के एक अधिकारी ने बताया कि दूसरा थाना सेक्टर-20 में बनाया जाएगा। तीसरा थाना सेक्टर-29 में होगा और चौथा थाना सेक्टर-25ए में बनाया जाएगा। पांचवा थाना दयानतपुर गांव के पास बनाया जाएगा। छठा थाना रनहेरा पुलिस चौकी को थाने में परिवर्तित करके बनाया जाएगा। दो महिला थाने आवासीय सेक्टर-18 और सेक्टर-20 में बनाए जाएंगे। यमुना सिटी के आवासीय सेक्टरों में लोगों ने बसना शुरू कर दिया है। यमुना सिटी के आवासीय सेक्टर-18, सेक्टर-20 और सेक्टर-22डी में बहुत जल्दी 1,500 आवंटी अपने भूखण्डों पर घरों का निर्माण शुरू करेंगे। इन्हें यमुना अथॉरिटी ने लीज प्लान जारी कर दिए हैं। फिलहाल 85 लोगों ने घर बनाकर रहना भी शुरू कर दिया है।
यमुना अथॉरिटी ने केवल एक रुपये में दी थानों को जमीन: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण तेजी से चल रहा है। 2024 की शुरुआत में एयरपोर्ट से हवाई जहाज उड़ान भरना शुरू करेंगे। यात्रियों का आना-जाना चालू हो जाएगा। यात्री और एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में अलग से थाना बनाया जाएगा। वहीं, एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए एटीएस कंमाडों ट्रेनिंग सेंटर और एटीएस थाना बनाया जाएगा। इन 10 नये थानों के लिए यमुना अथॉरिटी ने जमीन की लीज पुलिस डिपार्टमेंट के नाम कर दी है। मात्र एक रुपये मीटर की दर से जमीन थानों के नाम अलॉट की गई है।