अतीक अहमद के करीबी करना चाहते थे उसकी हत्या, फिर हुआ ये हादसा...

पुलिस मामलें को खंगाल रही

Update: 2023-04-30 14:40 GMT
प्रयागराज। अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब पुलिस डबल मर्डर में डबल क्रॉस की जांच कर रही है। दरअसल माफिया की जांच में खुलासा हुआ था कि उसने हिरासत में रहते हुए खुद पर हमला करने की साजिश रची थी. अतीक अहमद उन पर हमला कर अपनी सुरक्षा बढ़ाना चाहता था। अतीक को लगा कि अगर हमले को सही तरीके से अंजाम दिया गया तो न तो गिरोह उसे मारेगा और न ही पुलिस उसका एनकाउंटर करेगी। इन खुलासों के बीच पुलिस इस थ्योरी की जांच कर रही है कि अतीत में किसी ने अतीक से दुव्र्यवहार किया था. जानकारी के मुताबिक, अतीक ने खुद पर हमला करने के लिए अपने करीबी दोस्त गुड्डू मुस्लिम को चुना। सूत्रों के मुताबिक गुड्डू मुस्लिम ने अतीक के काफिले पर हमला करने के लिए पूर्वांचल के कुछ बदमाशों से भी संपर्क किया था. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि साबरमती को प्रयागराज लाते वक्त अतीक ने रास्ते में या प्रयागराज में ही फर्जी हमले की जगह तय कर ली थी.
समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद और माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को लेकर आए दिन हैरतअंगेज़ खुलासे हो रहे हैं। बीते दिनों जानकारी सामने आई थी कि अतीक अहमद खुद पर ही हमला करवाने की योजना बना रहा था। इसके लिए उसने गुड्डू मुस्लिम को जिम्मा सौंपा था। यह हमला अतीक पुलिस हिरासत के दौरान ही करवाना चाहता था। बता दें कि पुलिस को जाँच के दौरान यह सब पता चला हैं। बता दें कि, विगत 15 अप्रैल की रात को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर मेडिकल टेस्ट करवाए जाने के दौरान अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तीन शूटरों द्वारा अंजाम दिए गए इस हमले में मौके पर ही दोनों की मौत हो गई थी।
अब खुद पर हमला करवाने की सजिश रचने का पता चलने के बाद यह सवाल उठने लगे हैं कि आखिर अतीक खुद पर हमला क्यों करवाना चाहता था ? इसको लेकर पुलिस ने बताया है कि वह ऐसा इसलिए करवाना चाहता था, ताकि भविष्य में उसकी सुरक्षा बढ़ाई जा सके। उसने योजना बनाई थी कि उस पर इस तरह हमला हो, जिससे उसे नुकसान भी नहीं पहुंचे और हड़कंप भी मच जाए। इसके बाद उसकी सुरक्षा पर उँगलियाँ उठने लगती और फिर उसकी सुरक्षा को मजबूत कर दिया जाता। इससे आने वाले वक़्त में कोई भी अतीक पर अटैक नहीं कर पाता। साबरमती जेल से प्रयागराज लाए जाने के दौरान भी माफिया अतीक को एनकाउंटर व हमले का डर लग रहा था। सवाल उठ रहे थे कि क्या विकास दुबे मामले की ही तरह क्या अतीक की भी गाडी पलट जाएगी। लेकिन, वह सुरक्षित साबरमती से प्रयागराज पहुंच गया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अतीक अहमद पर हमला करने का जिम्मा उसके करीबी बमबाज गुड्डू मुस्लिम को सौंपा गया था। अतीक पर यह हमला बमों और नजदीक से गोलीबारी करते हुए किया जाना था। उधर, पुलिस इस मामले में तीनों हमलावरों से भी पूछताछ कर रही है। अरुण, लवलेश और सनी ने ही अतीक व अशरफ की 15 अप्रैल की हत्या की थी। तीनों ने नजदीक से ही गोलियां दागी थी और उसके बाद खुद ही पिस्टल को जमीन पर रखकर आत्मसमर्पण कर दिया था। पहले तीनों को प्रयागराज जेल में भेजा गया और फिर बाद में प्रतापगढ़ जेल ले जाया गया।
तो अतीक हो गया डबल क्रॉस?
अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं अतीक पर फर्जी हमले के लिए लवलैश, अरुण और सन्नी को तो नहीं चुना गया और अतीक के गैंग डबल के किसी शख्स ने इस हमले के लिए माफिया का हाथ थामा. अतीक के गिरोह के किसी गद्दार ने अतीक पर फर्जी हमला करने की बजाय सीधे दोनों को मारने की सुपारी नहीं दी। शक की सूई गुड्डू मुस्लिम की तरफ बढ़ रही है।
मरने से पहले अतीक ने किसे दी थी चेतावनी?
अपनी हत्या से कुछ क्षण पहले, अतीक अहमद पुलिस जीप से बाहर निकलने पर किसी को सिर हिलाते हुए देखा जाता है। इसका वीडियो भी सामने आया था। सवाल यह है कि यह इशारा किसके लिए था। क्या अतीक अपने हमलावरों की ओर इशारा कर रहा था या शूटर कहीं और से कामयाब हो गया और अतीक से डबल क्रॉस कर गया।
अतीक पर हमले के तीनों आरोपित गिरफ्तार
15 अप्रैल की रात प्रयागराज के कोल्विन अस्पताल के बाहर अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने मौके से ही तीनों हमलावरों लवलेश, अरुण और सन्नी को गिरफ्तार कर लिया। तीनों फिलहाल हिरासत में हैं। पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की है, लेकिन अतीक की मौत अब भी रहस्य बनी हुई है।
अतीक पहले भी खुद पर हमला कर चुका था
2002 में अतीक ने कोर्ट में पेशी के दौरान खुद पर बम से हमला किया था। बाद में पता चला कि यह हमला उसने खुद किया है, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि 44 साल से प्रयागराज में खौफ के नाम से मशहूर अतीक का यह अंत होगा.
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