कृषि विज्ञान और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन के साथ जुड़ा अटल टिंकरिंग लैब्स
नई दिल्ली (आईएएनएस)| नीति आयोग का अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) और कृषि मंत्रालय देश भर के स्कूली छात्रों के बीच कृषि क्षेत्र से संबंधित नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए एक साथ आए हैं। दोनों सरकारी निकाय इस पहल के तहत कृषि विज्ञान केन्द्रों और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (एटीएमए) के साथ अटल टिंकरिंग लैब्स (एटीएल) को जोड़ने पर सहमत हुए हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि ज्ञान से संबंधित संसाधन और क्षमता विकास केन्द्र की एकल खिड़की के रूप में कार्य करते हैं। कृषि मंत्रालय के मुताबिक यह सहयोग विभिन्न हितधारकों को आवश्यक जानकारी, प्रशिक्षण और इनपुट प्रदान करेगा।
सहयोग के इस कदम के कार्यान्वयन के पहले चरण के दौरान, 11 कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थानों (एटीएआरआई) में से प्रत्येक के तहत एक कृषि विज्ञान केंद्र शामिल होगा, जो प्रौद्योगिकी बैकस्टॉपिंग प्रदान करेगा और ज्ञान-साझाकरण एवं कौशल-निर्माण संबंधी अभ्यास की सुविधा प्रदान करेगा। कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ जरूरत के अनुसार निकट के लैब का दौरा भी करेंगे, जबकि कृषि विज्ञान केंद्रों की जरूरत के अनुरूप साहित्य, बीज, रोपण सामग्री और अन्य सामग्री मुहैया कराएंगे। दो साल बाद सकारात्मक परिणामों का आकलन करने के पश्चात इस प्रायोगिक परियोजना को आगे बढ़ाया जाएगा।
इस नई पहल को लेकर नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के निदेशक डॉ. चिंतन वैष्णव ने कहा, "मेरे विचार से यह कदम भारत में कृषि नवाचारों को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ी छलांग साबित होने वाला है। इस सहयोग के दो पहलू हैं जिन्हें कई क्षेत्रों में दोहराया जा सकता है। पहला, मौजूदा सरकारी प्लेटफॉर्म को एक उद्देश्य के साथ जोड़ने का विचार। उदाहरण के लिए, सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों और एटीएल को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल आदि के लिए समान रूप से जोड़ा जा सकता है। दूसरे, समाज के सबसे महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाले बच्चों को वास्तविक, सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों एवं अवसरों से जोड़ना।"