शिक्षकों ने कछार कॉलेज के प्रिंसिपल को हटाने की मांग की

Update: 2022-09-25 03:19 GMT
सिलचर (आईएएनएस)| सिलचर के कछार कॉलेज के प्राचार्य सिद्धार्थ शंकर नाथ को हटाने के लिए असम में कॉलेज शिक्षकों ने शनिवार को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। राज्य में कॉलेज शिक्षकों के शीर्ष निकाय असम कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (एसीटीए) ने आरोप लगाया है कि नाथ ने 21 सितंबर को छात्रों के एक वर्ग को कॉलेज के कुछ शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों पर 'हमला' करने के लिए उकसाया, जबकि वे कुछ मांगों के साथ प्राचार्य मिलने की कोशिश कर रहे थे।
एसीटीए ने एक बयान में कहा कि उस दिन जो घटना हुई वह नाथ द्वारा रची गई एक पूर्व नियोजित आपराधिक साजिश थी, जिसका उद्देश्य शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों का मनोबल तोड़ना था, जिन्होंने उनके तानाशाही शासन के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत दिखाई थी।
इस बीच कछार कॉलेज में शिक्षक नाथ को हटाने के लिए पिछले तीन दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
राज्य के सभी कॉलेजों के शिक्षकों ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया और उन्होंने मुख्यमंत्री को नाथ को उनके कार्यालय से तत्काल हटाने के लिए सौ से अधिक ई-मेल भेजे।
साथ ही शिक्षक संघ ने उन छात्रों पर भी कड़ी कार्रवाई की मांग की जिन्होंने प्राचार्य के इशारे पर कॉलेज परिसर में शिक्षकों पर हमला किया।
नाथ ने हालांकि आरोपों को खारिज करते हुए घटना को 'दुर्भाग्यपूर्ण' करार दिया।
एक असंबंधित विकास में, कछार कॉलेज के प्राचार्य को 21 अगस्त को कॉलेज में राज्य सरकार की भर्ती परीक्षा आयोजित करने के दौरान कर्तव्यों में लापरवाही के आरोप में हिरासत में लिया गया था।
कछार जिले के उपायुक्त ने नाथ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और उसके बाद उन्हें पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।
बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
प्राथमिकी के बाद नाथ के खिलाफ उच्च शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया था। मामला शिक्षा विभाग में विचाराधीन है।
इस बीच, राज्य के शिक्षा मंत्री, रनोज पेगू ने हाल ही में संपन्न शरद सत्र के दौरान राज्य विधानसभा में बताया कि समिति ने भर्ती परीक्षा के दिन नाथ को अपने कर्तव्यों में लापरवाह पाया था।
सूत्रों ने संकेत दिया कि नाथ के खिलाफ जल्द ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना है।
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