आशा वर्कर्स ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, यमुनानगर में पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करने का आरोप
यमुनानगर। हिसार में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आशा वर्कर की गिरफ्तारी किए जाने के विरोध में आज यमुनानगर में आशा वर्कर्स द्वारा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और उनके पुतले को आग के हवाले कर दिया गया। इस बीच मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने जब आशा वर्कर्स सचिवालय के अंदर दाखिल हुई तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस बीच आशा वर्कर्स और पुलिस के बीच में जमकर धक्का-मुक्की हुई और बाद में आशा वर्कर्स वहीं बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लग गई।
मंगलवार को हिसार में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम जनसभा के दौरान आशा वर्कर्स जब मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। इस बीच कुछ आशा वर्कर्स की तबीयत भी बिगड़ गई और इसी को लेकर अब यमुनानगर में भी आज आशा वर्कर्स द्वारा सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला गया। आशा वर्कर्स ने सरकार के पुतले को आग के हवाले कर जमकर नारेबाजी की। आशा वर्कर्स ने पहले पुतला फूंका और बाद में मुख्यमंत्री के नाम ही ज्ञापन देने के लिए सचिवालय में पहुंच गई। पुलिस ने जब इन आशा वर्कर्स को रोकने का प्रयास किया तो उनके बीच धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने सचिवालय के गेट पर पहले बैरिकेट्स लगा दिए, जिनको जबरन पार करके आशा वर्कर्स आगे बढ़ीं। हालांकि इस बीच तीन आशा वर्कर्स जमीन पर भी गिर गई, जिन्हें मामूली चोटें आईं। उसके बाद कुछ आशा वर्कर्स जब सचिवालय के अंदर दाखिल होने लगी तो पुलिस ने उनको रोकने का प्रयास किया। इस बीच आशा वर्कर्स और पुलिस के बीच में धक्का-मुक्की हो गई। हालांकि बाद में आशा वर्कर्स वहीं बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लग गई।
आशा वर्कर्स की मानें तो उनकी मांगे लंबे समय से लंबित पड़ी हैं पर सरकार उन पर ध्यान नहीं दे रही। जबकि वह पिछले 64 दिनों से लगातार प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन कर रही हैं। ऐसे में सरकार के कान पर जूं भी नहीं रेंग रही। यही कारण है कि आशा वर्कर्स आने वाले समय में भी धरना प्रदर्शन करने की बात कह रही हैं। फिलहाल ज्ञापन देने के बाद आशा वर्कर्स ने सचिवालय के गेट पर बैठकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करती रहीं। आशा वर्कर्स का आरोप था कि पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया है।