कुमार विश्वास के आरोपों पर अरविंद केजरीवाल ने तोड़ी चुप्पी, पूछा- मुझे गिरफ्तार क्यों नहीं किया?
नई दिल्ली: चर्चित कवि कुमार विश्वास की एक प्रसिद्ध कविता है-कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है/मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है/ मैं तुझसे दूर कैसा हूं, तू मुझसे दूर कैसी है/ ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है! चुनाव के समय सत्ता के प्रति यही 'दीवानगी और पागलपन' हर राजनीतिक खेमे में दिखाई दे रहा है। अपनी प्रेमभरी कविताओं के लिए ख्यात कुमार विश्वास( Kumar Vishwas controversy) ने राजनीति में 'फसाद' पैदा कर दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर खालिस्तान समर्थक होने के आरोप ने मानों चुनावी हंगामे में और बड़ा भूचाल ला दिया है। केजरीवाल ने विश्वास को चैलेंज किया है। साथ ही मामले से पल्ला छुड़ाने यह भी बोल दिया कि कुमार विश्वास कवि हैं, कुछ भी कह देते हैं।
कुमार विश्वास के आरोपों के बाद अरविंद केजरीवाल ने आखिकार अपनी चुप्पी तोड़ी। कुछ मीडिया चैनलों से बातचीत में केजरीवाल ने चुटीले अंदाज में कहा कि कुमार विश्वास कवि हैं, हो सकता है कि उन्होंने हास्य कविता की हो! जिसे विरोधी नेताओं ने सीरियसली ले लिया। वे तो कुछ भी कह सकते हैं। केजरीवाल ने कुमार विश्वास को चैंलेंज भी किया-ये लोग पिछले दो-चार दिन से कह रहे हैं कि केजरीवाल पिछले 10 साल से देश के दो टुकड़े करने की साजिश रच रहा है। दो टुकड़े करके केजरीवाल उनमें से एक टुकड़े का प्रधानमंत्री बनना चाहता है। क्या देश के दो टुकड़े ऐसे ही हो जाएंगे? मैं दुनिया का सबसे स्वीट आतंकवादी होऊंगा। 10 साल से गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।
पंजाब में चुनाव से पहले चर्चित कवि और पूर्व आप नेता कुमार विश्वास के दावे ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। कुमार ने हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर अलगाववादियों और खालिस्तानी ताकतों की मदद से भी सरकार बनाने का सनसनीखेज आरोप लगाया था। कुमार विश्वास ने केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा था कि वो आदमी लगातार अलगाववाद के सहारे पंजाब का मुख्यमंत्री बनना चाहता था। इतना ही नहीं, केजरीवाल आप के प्रत्याशियों को ही आपस में लड़वा कर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। कुमार विश्वास के इस बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस लगातार अरविंद केजरीवाल पर हमलावर है।