गुवाहाटी: असम के दिमा हसाओ जिले में नाबालिग घरेलू सहायिका को प्रताड़ित करने के आरोप में एक सेना अधिकारी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान मेजर शैलेन्द्र यादव और उसकी पत्नी किम्मी राल्सन के रूप में हुई, जिन्हें सोमवार को हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस के अनुसार यादव ने हाफलोंग की मूल निवासी राल्सन से शादी की थी, जब वह दिमा हसाओ जिले में तैनात थे। अधिकारी के हाफलोंग से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में ट्रांसफर होने के बाद, घरेलू काम में राल्सन की सहायता करने के लिए वो संकीजंग क्षेत्र से एक नाबालिग लड़की को लेकर लाया। लेकिन, जल्द ही राल्सन पर नाबालिग लड़की को गंभीर रूप से प्रताड़ित करने के आरोप सामने आए, जिसमें शारीरिक शोषण और उस पर गर्म पानी डालना भी शामिल था।
पुलिस ने कहा कि हाल ही में दिमा हसाओ में उसके परिवार को सौंपे जाने से पहले लड़की को अत्यधिक यातना से गुजरना पड़ा। दिमा हसाओ के एसपी मयंक कुमार ने आईएएनएस को बताया, ''पीड़िता पिछले दो साल से परिवार के साथ काम कर रही थी और इस दौरान उसे गंभीर शारीरिक शोषण का शिकार होना पड़ा। वह बीमार हो गई और फिर राल्सन ने उसे परिवार को सौंप दिया।"
पुलिस के मुताबिक, नाबालिग लड़की और उसके परिवार को पुलिस में मामला दर्ज न कराने की धमकी दी गई थी। किसी ने नाबालिग की भयावह स्थिति का विवरण सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
एसपी मयंक कुमार ने कहा, “हमने मामले पर संज्ञान लेते हुए आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।'' पुलिस ने दोनों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। इस बीच, स्थानीय महिलाओं के एक वर्ग ने आरोपी जोड़े के लिए सजा की मांग करते हुए सोमवार को हाफलोंग पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।