सेना का जवान और इंडियन कोस्ट गार्ड गिरफ्तार, सक्रिय थे सॉल्वर गैंग में
खुलासा
यूपी। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के माध्यम 17 व 18 फरवरी को होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा की पूर्व संध्या पर चलाए गए व्यापक अभियान के तहत सॉल्वर गैंग के 17 सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें आठ को गाजीपुर जिले की पुलिस ने तथा चार को एसटीएफ ने वाराणसी व झांसी से गिरफ्तार किया।
गाजीपुर में पकड़े गए गैंग में एक इंडियन कोस्ट गार्ड और एक सेना का जवान शामिल है। साथ ही मऊ में पांच लोग गिरफ्तार किए गए हैं। गाजीपुर कार्यालय के अनुसार परीक्षा से पहले पेपर आउट कराकर नकल कराने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया। टीम ने नोनहरा के मिरदादपुर से गुरुवार की देर रात आठ शातिरों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का मास्टरमाइंड व उसका एक साथी इंडियन कोस्टगार्ड पोरबंदर में तैनात हैं। दूसरा आर्मी में है। इनके पास से पुलिस ने छह लाख की नगदी, 21 लाख का चेक समेत बड़ी संख्या में कागजात बरामद हुए हैं।
शुक्रवार को गाजीपुर के एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा सकुशल कराने के लिए पुलिस की सर्विलांस समेत स्वाट व अन्य टीमें काफी समय से सक्रिय हैं। इसी दौरान एक व्यक्ति से सूचना मिली की कुछ लोग परीक्षा में नकल कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से पैसे ले रहे हैं। टीम ने नोनहरा थाना क्षेत्र के मिरदादपुर में दबिश दी तो एक निर्माणाधीन मकान से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से छह लाख रुपये, 21 लाख रुपये का चेक, 17 मूल शैक्षिक अंकपत्र व प्रमाण पत्र, 29 परीक्षा के प्रवेश पत्र की छायाप्रति, पांच नमूना नकल चीट छायाप्रति, आठ कूटरचित आधार कार्ड, 14 मोबाइल, एक वाईफाई राऊटर, एक प्रिंटर, एक चार पहिया वाहन और तीन बाइक बरामद हुई।
गिरफ्तार शातिरों में पिन्टू यादव उर्फ गोपेश यादव निवासी ग्राम खिदिराबाद थाना कोतवाली, सोनू यादव निवासी ग्राम खुर्दपुर थाना नोनहरा, रामकरन यादव निवासी ग्राम रसूलपुर कन्थवारा थाना नोनहरा, रमाकान्त यादव निवासी ग्राम सहबाजकुली थाना नोनहरा, कपिलदेव सिंह यादव निवासी ग्राम पीथापुर थाना जंगीपुर, अभिमन्यु यादव निवासी ग्राम लोकवापुर (अन्धऊ), इन्द्रजीत यादव निवासी ग्राम वार्ड नंबर चार गुरु सेवक नगर थाना जंगीपुर और अमित यादव निवासी ग्राम नगवा उर्फ नौपुरा थाना नोनहरा शामिल हैं। पकड़े गए गिरोह में से दो ने खुद को इंडियन कोस्टगार्ड व एक ने आर्मी का जवान बताया है। कोस्टगार्ड में तैनात जवान पेपर लीक कराने के लिए पोरबंदर से सीधे फ्लाइट से बनारस पहुंचा था, जबकि सेना का जवान छुट्टी लेकर आया था। कोस्टगार्ड का जवान ही गिरोह का मास्टर माइंड है। सेना का जवान राजस्थान के अलवर में तैनात है।