राजधानी से बाहर पहली बार मनाया गया थल सेना दिवस

Update: 2023-01-15 09:21 GMT

दिल्ली\बेंगलुरु: देश में आज थल सेना दिवस मनाया जा रहा है। इस बार पहली दफा दिल्ली के बाहर बेंगलुरु में परेड कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस मौके पर जनरल मनोज पांडे बेंगलुरु के गोविंदस्वामी परेड ग्राउंड में कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने अपना संबोधन भी दिया। सेना प्रमुख ने कहा कि पहली बार आर्मी डे परेड और इससे जुड़े अन्य कार्यक्रम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाहर आयोजित किए जा रहे हैं। इसने सेना को लोगों से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर दिया है। मुझे विश्वास है कि इससे हमारे संबंध और भी मजबूत होंगे।

भविष्य के युद्धों के लिए करे मजबूत तैयारियों: सेना प्रमुख

सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले साल सेना ने सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का दृढ़ता से सामना किया और सीमाओं की सक्रिय और मजबूती से सुरक्षा सुनिश्चित की। सेना ने क्षमता विकास, बल पुनर्गठन और प्रशिक्षण में सुधार के लिए कदम उठाए। इसने भविष्य के युद्धों के लिए अपनी तैयारियों को और मजबूत किया।

हमारी सेना हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। सरहद पर आतंकी साजिश अभी भी जारी है लेकिन हमारे जवान चप्पे चप्पे पर निगरानी कर रहे हैं। सेना प्रमुख ने कहा कि पूर्वोत्तर की सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है।

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि उत्तरी सीमावर्ती इलाकों में स्थिति सामान्य रही है। LAC पर मजबूत डिफेंस बरकरार रखते हुए हम किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिए तैयार हैं, जवानों को सभी प्रकार के हथियार, उपकरण और सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में दी जा रही है।


सेना प्रमुख के संबोधन की अहम बातें: उन्होंने कहा कि पश्चिमी सीमावर्ती इलाकों में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम बरकरार है और संघर्ष विराम के उल्लंघन में भी कटौती हुई है। हालांकि, सरहद पार आतंकी इंफ्रास्ट्रक्चर अभी भी बरकरार है। जम्मू और पंजाब के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन से हथियार, ड्रग की तस्करी जारी है।

उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता से आधुनिकता हमारा मूलमंत्र होगा। भारतीय रक्षा उद्योग इन चुनौतियों के लिए आगे आ रहा है। हमें मेड इन इंडिया हथियारों, उपकरणों पर भरोसा है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम संचार, मानव रहित प्रणाली, निर्देशित ऊर्जा हथियार जैसी आला तकनीक का स्वदेशीकरण हो रहा है।

उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के आने से एक एतिहासिक और प्रगतिशील कदम उठाया है। हमने भर्ती प्रक्रिया को स्वचालित किया है।हमें देश के युवाओं से अच्छा प्रतिसाद मिला है। पुरुष अग्निवीर के पहले बैच की ट्रैनिंग शुरू हो चुकी है। अग्निवीरों को आगे चयन करने के लिए मजबूत प्रक्रिया विकसीत की है।

सेना ने आपदाओं के समय रक्षक के रूप में काम किया: राष्ट्रपति मुर्मू

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को सेना दिवस पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सैनिकों ने आपदाओं के समय रक्षक के रूप में काम करने के अलावा हमेशा शौर्य की सीमाओं को आगे बढ़ाया है। मैं इस अवसर पर भारतीय सेना के सभी बहादुर जवानों तथा उनके परिवारों को सलाम करती हूं।

हर भारतीय को हमारी सेना पर गर्व: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सेना दिवस के मौके पर भारतीय सेना की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सैनिकों ने हमेशा देश को सुरक्षित रखा है। संकट के समय सेवा के लिए व्यापक रूप से उनकी प्रशंसा की जाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि सेना दिवस पर मैं सभी सैन्यकर्मियों, भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं। प्रत्येक भारतीय को हमारी सेना पर गर्व है। उन्होंने हमेशा हमारे देश को सुरक्षित रखा है।

जानिए, क्यों मनाया जाता है सेना दिवस

फील्ड मार्शल के एम करियप्पा के 15 जनवरी 1949 को अपने ब्रिटिश पूर्ववर्ती के स्थान पर भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ का पदभार संभालने के उपलक्ष्य में सेना दिवस मनाया जाता है।

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