पूर्वी लद्दाख में गतिरोध, चीन के मंसूबों को लेकर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे का बड़ा बयान आया

Update: 2022-05-10 03:47 GMT

नई दिल्ली: भारतीय थल सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने चीन के मंसूबों को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने सोमवार को कहा कि चीन के साथ मूल मुद्दा सीमा को लेकर है. लेकिन चीन की मंशा इस विवाद को बनाए रखने की है. इतना ही नहीं पांडे ने कहा, भारतीय जवान सीमा पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैनात हैं.

जनरल पांडे ने कहा, भारतीय सेना का उद्देश्य पूर्वी लद्दाख में अप्रैल 2020 से पहले की यथास्थिति बहाल करना है. उन्होंने कहा, सीमा पर तैनात सैनिकों को अपनी ड्यूटी पर दृढ़ रहने के लिए कहा गया है. इतना ही नहीं भारतीय थल सेना प्रमुख ने कहा, भारतीय जवान महत्वपूर्ण पोजीशन पर तैनात हैं और उन्हें सख्त निर्देश दिए गए हैं कि उन्हें यथास्थिति में किसी भी बदलाव की कोशिश को विफल करना है.
एजेंसी के मुताबिक, जनरल मनोज पांडे ने कहा, चीन के साथ मूल मुद्दा बॉर्डर समस्या के समाधान का है. लेकिन हमें लगता है कि चीन की मंशा इस विवाद को उलझाए रखने की है. उन्होंने कहा, हमें एक देश के रूप में समग्र राष्ट्र के द्दष्टिकोण की जरूरत है और सैन्य डोमेन में यह वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथा स्थिति में किसी भी तरह के बदलाव की कोशिश को रोकना और उसका मुकाबला करना है.
जनरल पांडे ने पिछले हफ्ते ही भारतीय थल सेना के प्रमुख के तौर पर पदभार संभाला है. उन्होंने कहा, राजनयिक और सैन्य स्तर पर बातचीत के बाद पैंगोंग त्सो के नॉर्थ और साउथ किनारे, गोगरा और गलवान के पेट्रोलिंग पॉइंट 14 से डिसएंगेजमेंट हो गया है. हमें उम्मीद है कि बाकी क्षेत्रों में भी बातचीत से इस मुद्दे को हल कर लिया जाएगा. हमारा उद्देश्य है कि अप्रैल 2020 से पहले की यथास्थिति बहाल की जाए.
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन सेना के बीच 4-5 मई 2020 को विवाद शुरू हुआ था. 15 जून को गलवान में दोनों सेनाएं आमने सामने आ गई थीं. इस हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. हालांकि, चीन को भी इस झड़प में भारी नुकसान उठाना पड़ा था. लेकिन चीन ने अपने सैनिकों की मौत को लेकर सही आंकड़े जारी नहीं किए.
Tags:    

Similar News

-->