सीनियर सेकंडरी स्कूलों में 6421 हेडमास्टर भर्ती की आवदेन तिथि बढ़ी देखे डिटेल
बिहार लोक सेवा आयोग ने राज्य के सीनियर सेकंडरी स्कूलों में 6421 हेडमास्टर भर्ती की आवदेन तिथि बढ़ा दी है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बिहार लोक सेवा आयोग ने राज्य के सीनियर सेकंडरी स्कूलों में 6421 हेडमास्टर भर्ती की आवदेन तिथि बढ़ा दी है। इस संबंध में आयोग की वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर 28 मार्च 2022 को अहम नोटिस जारी किया गया है।
बीपीएससी के नए नोटिस के अनुसार, बीपीएससी के जरिए शिक्षा विभाग में उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाअध्यापक के 6421 रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए 4 मार्च को प्रकाशित विज्ञापन के क्रम में ऑनलाइन आवेदन भरने के लिए पूर्व में 28-03-2022 तक तिथि निर्धारित थी। जिसे अब बढ़ा दिया गया है। इस भर्ती में आवेदन करने के इच्छुक अभ्यर्थी अब 11 अप्रैल 2022 तक ऑनलाइन आवेदर भर सकते हैं। वहीं ऑनलाइन आवेदर में संशोधन करने की तिथि पहले 4 अप्रैल 2022 थी जिसे अब बढ़ाकर 18 अप्रैल 2022 कर दिया गया है
इससे पहली आयोग ने आयु सीमा संबंधी नोटिस जारी किया था। आयोग ने कहा था कि पंचायती राज संस्थान एवं नगर निकाय संस्थान के तहत कार्य करने वाले शिक्षकों के लिए न्यूनतम व अधिकतम आयु सीमा का बंधेज नहीं है लेकिन 1 अगस्त 2021 को अधिकतम उम्र 60 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
बीपीएससी हेडमास्टर भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता:
- कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ पीजी उत्तीर्ण होना आवश्यक। एससी-एसटी, ईबीसी, बीसी, दिव्यांग, महिला और आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थियों को अंक संबंधी शर्त में पांच प्रतिशत की छूट दी गई है। यानी वह पीजी में 45 प्रतिशत मार्क्स के साथ आवेदन कर सकते हैं।
- अभ्यर्थी बीएड/ बीएएड/ बीएससी एड पास हो।
- 2012 या उसके बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास हो।
जरूरी अनुभव:
- राज्य सरकार के विद्यालय में पंचायती राज संस्था एवं नगर निकाय के अधीन माध्यमिक शिक्षक पद पर न्यूनतम 10 वर्ष की लगातार सेवा।
- सीबीएसई, आइसीएसई, बीएसईबी से स्थायी संबद्धता प्राप्त विद्यालय में माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 12 वर्ष की लगातार लगातार सेवा।
- राज्य सरकार के विद्यालय में पंचायती राज संस्था एवं नगर निकाय के तहत उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 8 वर्ष की लगातार सेवा।
- सीबीएसई, आइसीएसई, बीएसईबी से स्थायी संबद्धता प्राप्त विद्यालय में उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यनूतम आठ वर्ष की लगातार सेवा।
इसके पहले प्राचार्यों की नियुक्ति परीक्षा के आधार पर नहीं होती थी। साक्षात्कार और अनुभव के आधार पर प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति होती रही है। पहली बार 6421 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति परीक्षा के आधार पर होगी। इस भर्ती में साक्षात्कार नहीं लिया जाएगा।