अनुराग ठाकुर बोले- भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड बना रही केजरीवाल सरकार, जानें पूरी बात

Update: 2022-07-24 06:52 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

नई दिल्ली: दिल्ली में नई आबकारी नीति पर सियासत गरमा गई है। नीति के विरोध में शनिवार को जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर के बाहर प्रदर्शन किया। वहीं, आप ने प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा पर निशाना साधा। उपमुख्यमंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे पुलिस ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता समेत अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।

इससे पहले, गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति के तहत जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा अपने जेबों में भरने का काम किया है। आबकारी नीति के सहारे दिल्ली सरकार ने लगभग 5000 करोड़ का घोटाला किया है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की मांग की।
गुप्ता ने कहा कि नई आबकारी नीति के बहाने सरकार ने शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाया। पहले 2.5 फीसदी ठेकेदारों को मिलने वाली कमीशन को बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया। इसके बाद ड्राइ डे जो पहले 21 हुआ करता था उसे 3 दिन कर दिया। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने मास्टर प्लान का उलंघन करते हुए कई शराब के ठेके खोले।
नई आबकारी नीति को लेकर चल रही सियासत के बीच आप विधायक आतिशी ने कहा कि बीते चार माह में दिल्ली सरकार को इस नीति से 1300 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। आतिशी ने कहा कि आप नेताओं पर अभी तक 151 केस हुए हैं। जिससे जांच कराना है करा लें, एक पैसे का भ्रष्टाचार नहीं मिलेगा। आतिशी ने पार्टी मुख्यालय में शनिवार को प्रेसवार्ता में कहा, जब से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, 151 से ज्यादा मुकदमें पार्टी नेताओं, विधायकों और मंत्रियों पर हो चुके हैं। 2015-2020 के बीच हमारे 52 विधायकों पर केस हुए। लेकिन एजेंसी को आजतक एक भी सबूत किसी भी नेता के खिलाफ नहीं मिला।
केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आप भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है। ठाकुर ने आप की तुलना तृणमूल कांग्रेस से करते हुए कहा कि दोनों पार्टियां भ्रष्टाचार में एक दूसरे को मात दे रही हैं। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जो भ्रष्टाचार किया है। शराब कंपनियों को जिस तरह खुली छूट दी गई, 144 करोड़ रुपये वापस किए गए। यह पंजाब चुनाव से पहले अपने आप में भ्रष्टाचार को दिखाता है। अब उस पर पर्दा डालने का काम खुद अरविंद केजरीवाल ने किया है। जो पहले भ्रष्टाचार के खिलाफ बात करते थे, लेकिन राजनीति में आकर अब खुद भ्रष्टाचार में इतने डूब गए हैं कि वे जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
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